Breaking News

Aaj Ka Jeevan Mantra 3 अगस्त | campussamachar.com, सावन में अद्भुत है ये मन्त्र -शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद, सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय। श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय, तस्मै “शि” काराय नमः शिवायः॥

आज तिथि ५१२६ /०४-०२-१४/०७ युगाब्द ५१२६ / आषाढ़ (पूर्णिमांत श्रावण) कृष्ण चतुर्दशी, शनिवार शुभ व मंगलमय हो….
●▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬●

अंको में आज की तिथि

♡  ∩_∩
(„• ֊ •„)♡
┏━∪∪━━━━┓
♡🔆 5126/04/02/14/07♡
┗━━━━━━━┛

युगाब्द (कलियुग) – 5126
#आषाढ़ – चौथा माह (04)
कृष्ण पक्ष – दूसरा पक्ष (02)
तिथि – चतुर्दशी ( 14 वीं )
वार/दिन- शनिवार ( 07 वां वार/दिन )
#पूर्णिमांत श्रावण

✶⊶⊶⊷❍★ ❀ ★❍⊶⊷⊷✶

༺꧁ 5️⃣1️⃣2️⃣6️⃣ 🌞 0️⃣4️⃣🌝 0️⃣2️⃣ 🌝 1️⃣4️⃣ 🌞 0️⃣7️⃣ ꧂༻
🚩
┈┉┅❀༺꧁ Զเधॆ Զเधॆ꧂༻❀┅┉┈

शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद,
सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय।
श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय,
तस्मै “शि” काराय नमः शिवायः॥

भगवान शिव के स्वरूप को कल्याणकारी/दूसरों को सुख पहुंचाने वाला माना जाता हैं ।
सच्चे शिवभक्त को भी अपने बजाए, दूसरों के कल्याण/सुख को प्राथमिकता देनी चाहिए ।
सच्चे शिवभक्त को शिव के वाहन,अकाट परिश्रम के प्रतीक बैल के समान परिश्रमी भी होना चाहिए ।
सच्चा शिवभक्त, शिव के नीलकण्ठ स्वरूप की भांति, (विष) दुख/कष्ट स्वयं सहकर दूसरों को अमृत(सुख) पान कराता है ।
सच्चे शिवभक्त को राजा दक्ष रूपी अपने अहम/मैं को पनपने/बढ़ने नहीं देना चाहिए ।

आज तिथि ५१२६ /०४-०२-१४/०७ युगाब्द ५१२६ / आषाढ़ (पूर्णिमांत श्रावण) कृष्ण चतुर्दशी, शनिवार की पावन मंगल बेला में, दूसरों के कल्याण हेतु हमेशा प्रयत्नशील रहने से स्वयं को संकल्पित एवम आपको भी प्रेरित करते हुए, नित्य की भाँति, आपको मेरा “राम-राम”।

  • प्रस्तुति -ललित अग्रवाल 
Spread your story

Check Also

CG Jobs : राज्य के इस जिले में जॉब फेयर का आयोजन 15 जनवरी को, इतने हजार रूपये मिलेगा वेतन

CG Jobs : राज्य के इस जिले में जॉब फेयर का आयोजन 15 जनवरी को, इतने हजार रूपये मिलेगा वेतन

Design & developed by Orbish Infotech