बिलासपुर, 15 जुलाई,campussamachar.com, । गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) नैक द्वारा ए++ ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दो सप्ताह का युवा सामाजिक विज्ञान के शिक्षकों की क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दिनांक 15 जुलाई को रजत जयंती सभागार में आयोजित उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. श्रीप्रकाशमणि त्रिपाठी, कुलपति, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक रहे।
विशिष्ट अतिथि प्रो. नीलांबरी दवे एवं कुलसचिव प्रो. ए.एस.रणदिवे रहे। अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University) ने की। कार्यक्रम की थीम- केपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम ऑन रिसर्च मैथडोलॉजी इन सोशल साइंस केटरिंग टू ट्वेंटीफस्ट सेंचुरी नीड्स है।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University) ने कहा कि शोध का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति को लाभ पहुंचाना होना चाहिए। अंत्योदय की भावना के साथ किया गया शोध राष्ट्र के विकास में सहायक होता है। इस दो सप्ताह के कार्यक्रम में सभी प्रतिभागी भविष्य का शोध विमर्श करने आये हैं तथा इसमें ऐसे सभी पूर्ण मनोयोग के साथ योगदान करें।
कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University,) ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने शोधार्थियों व शिक्षकों को अंतर विषयक शोध की स्वतंत्रता प्रदान की है। इसके माध्यम से शिक्षण एवं अधिगम में लचीलापन एवं सामयिकता का विकास हुआ है। अपने विषय तक शोध को सीमित न रखते हुए वॉटर टाइट कंपारटमेंट से बाहर निकलकर एक-दूसरे के ज्ञान से संवर्धित होते राष्ट्र को ज्ञान का प्रकाशपुंज बनाने में सहयोग प्रदान करना चाहिए।
मुख्य अतिथि प्रो. श्रीप्रकाशमणि त्रिपाठी, कुलपति, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक ने कहा कि शोध का प्रारंभ जिज्ञासा से होता है तथा मानव समाज और विश्व समुदाय की समसामायिक समस्यों के समाधान के उत्तर खोजने के लिए प्रेरित करता है। प्रश्न शोधार्थी को नये तथ्यों को खोजने के लिए प्रोत्साहित करती है। उन्होंने कहा कि शोध ऐसा हो जिससे भारत दुनिया की महाशक्ति तथा समाज की समस्याओँ का समाधान करने वाला बने।
Guru Ghasi Das University News : विशिष्ट अतिथि प्रो. नीलांबरी दवे ने प्रतिभागियों को सहभागिता हेतु बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि इस कार्यशाला में शोध के चरणों को समझने के साथ शोध में मूल्य संवर्धन के विभिन्न आयामों को आत्मसात करने का अवसर मिलेगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय ( Guru Ghasi Das University) के कुलसचिव प्रो. ए.एस. रणदिवे ने विचार व्यक्त किया। इससे पूर्व उद्घाटन कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर मां सरस्वती एवं बाबा गुरु घासीदास के तैल चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। मंचस्थ अतिथियों का नन्हा पौधा भेंट कर स्वागत किया गया।
कोर्स निदेशक प्रो. आर.के. प्रधान ने स्वागत उद्बोधन दिया। मंचस्थ अतिथियों को शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन कोर्स को-कोर्डिनेटर डॉ. अमित कुमार गुप्ता ने तथा संचालन डॉ. सांत्वना पांडे ने किया। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से 30 प्रतिभागी शामिल हुए। इस दौरान विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।