- आज की तिथि
युगाब्द (कलियुग) – 5126
आषाढ़ – चौथा माह (04)
शुक्ल पक्ष – पहला पक्ष (01)
तिथि – चतुर्थी ( 04 थी )
वार/दिन- मंगलवार ( 04 था वार/दिन )
आज तिथि ५१२६ /०४-०१-०४ /०४ युगाब्द ५१२६/ आषाढ़ शुक्ल चतुर्थी, बुधवार ” विनायक चतुर्थी ” शुभ व मंगलमय हो….
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अंको में आज की तिथि
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♡🔆 5126/04/01/04/04♡
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युगाब्द (कलियुग) – 5126
आषाढ़ – चौथा माह (04)
शुक्ल पक्ष – पहला पक्ष (01)
तिथि – चतुर्थी ( 04 थी )
वार/दिन- मंगलवार ( 04 था वार/दिन )
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मक्खी गुड में गड़ी रहे, पंख रहे लिपटाए ।
हाथ मले और सिर ढूंढे, लालच बुरी बलाए ।।
✍ कदम-कदम पर धोखा/नुकसान खाने का प्रमुख कारण लालच ही है ।
✍ कई बार तो फ्री में/सस्ता मिलने के लालच में धोखा मिलता है ।
✍ मक्खी गुड़ खाने के लालच में मृत्यु को सोचे बिना गुड़ में बैठ जाती है ।
✍ उसी प्रकार लालच मनुष्य को भी किस कदर बर्बाद कर सकता है कल्पना करना मुश्किल है।
✍ मनुष्य सर्वाधिक बुद्धिमान होते हुए भी मक्खी की दुर्गति से सबक नहीं ले पाता ।
आज तिथि ५१२६ /०४-०१-०४ /०४ युगाब्द ५१२६/ आषाढ़ शुक्ल चतुर्थी, बुधवार ” विनायक चतुर्थी ” की पावन मंगल बेला में, लालच से दूर रहने के संकल्प के साथ, नित्य की भाँति आपको मेरा “राम-राम” । campussamachar.com,
- प्रस्तुति – ललित अग्रवाल