लखनऊ, 20 जून,campussamachar.com, । माध्यमिक शिक्षा निदेशक के लखनऊ स्थित शिविर कार्यालय में 1993 से लेकर 9 नवंबर 2023 तक राजकोष वेतन प्राप्त कर रहे कार्यरत लगभग 3000 तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं 9 नवंबर 2023 को समाप्त कर दी गई सेवा समाप्ति के पश्चात सभी तदर्थ शिक्षकों ने शासन से लेकर सरकार तक अपनी सेवा बहाली की गुहार लगाई सरकार में ऐसा कोई विधायक ,सांसद, मंत्री ना बचा होगा, जहां पर उन्होंने अपनी पीड़ा ना बताई हो । यह सभी तदर्थ शिक्षक अधिक उम्र के पड़ाव पर सेवा समाप्त होने पर घर परिवार की जिम्मेदारियां की चिंता सता रही है जिसके कारण अधिकांश तदर्थ के घरों का चूल्हा बुझ चुका है और बचे शिक्षक गंभीर बीमारियों से पीड़ित हो चुके हैं।
इन शिक्षकों को बड़ी उम्मीद थी कि चुनाव के पूर्व ही सरकार उनका कोई खुशखबरी दे लेकिन ऐसा नहीं हो सका यह सभी तदर्थ शिक्षक भारतीय जनता पार्टी के मतदाता और पदाधिकारी होने के कारण सरकार से बड़ी उम्मीद लगा कर बैठे थे परंतु तदर्थ शिक्षकों को निराशा ही हाथ लगी माध्यमिक तदर्थ संघर्ष समिति अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से धरने पर बैठा है।
प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह का कहना है कि तदर्थ शिक्षकों के प्रकरण में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री ( Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) को गलत तथ्य बता कर भ्रमित करने का कार्य किया क्योंकि अधिकांश अधिकारी समाजवादी पार्टी से पोषित है, इसलिए इतिहास के पन्नों पर मुख्यमंत्री ( Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) के कार्यकाल में यह अध्याय लिख दिया गया।
प्रदेश महामंत्री सुशील शुक्ला का कहना है कि हमारी प्रमुख दो मांगे हैं पहली मांग है कि सभी तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं बहाल करते हुए वेतन भुगतान किया जाए और दूसरी मांग है कि जनपद जौनपुर में शासनादेश से अच्छादित सात तदर्थ शिक्षकों का वेतन भुगतान जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक नाथ तिवारी की हठधर्मिता के कारण वेतन भुगतान अभी तक नहीं हो सका तत्काल वेतन भुगतान कराया जाए।