- कलेश्वर साहू जिले का एक ऐसा नवाचार शिक्षक है जिसे पूरे बिलासपुर जिला में “जादुई पिटारा का जादूगर” कहा जाता है। उन्होंने अभी तक लगभग 1800 लोगों को जादुई पिटारा एप डाउनलोड करा चुके हैं ।
बिलासपुर , 22 जून,campussamachar.com, । छोटे बच्चों में पढ़ाई लिखाई के प्रति रुचि पैदा करने जागृत करने तथा खेल-खेल में पढ़ाई करने के लिए जनपद प्राथमिक शाला बिल्हा के शिक्षक कलेश्वर साहू ने जादुई पिटारा का निर्माण किया है। उन्होंने एससीईआरटी रायपुर द्वारा आयोजित जादुई पिटारा के प्रशिक्षण से पूर्व ही अपने विद्यालय में जादुई पिटारा तैयार कर लिया था। नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप 3 से 8 वर्ष के बच्चों को जादुई पिटारा के माध्यम से शिक्षा दी जाएगी। जादुई पिटारा अत्याधुनिक बाल केंद्रित शिक्षण पर आधारित है। इसमें खेल, अनुभव और मातृभाषा में सीखने को प्रोत्साहित किया गया है।
वर्तमान में राज्य भर में चल रही एफएलएन प्रशिक्षण जिसके तहत विकासखंड बिल्हा के शहरी जोन कन्या सरकंडा स्कूल में द्वितीय चरण के प्रशिक्षण में आज कलेश्वर साहू ने प्रशिक्षण में उपस्थित 113 शिक्षकों के बीच जादुई पिटारा के प्रर्दशन करते हुए जादुई पिटारा के विषय में विस्तार से बताया कि जादुई पिटारा छोटे बच्चों की पाठ्य पुस्तक की जगह स्वयं में एक पाठ्यक्रम या पाठ्यवस्तु है जिसमें मूलतः खेल-आधारित शिक्षण सामग्री जैसे खिलौने, म्यूजिक सामाग्री, पहेलियां, कठपुतली, पोस्टर, फ्लैश कार्ड, वर्कबुक के साथ-साथ स्थानीय परवेश से संबंधित खिलौने को शामिल कर सकते हैं। कलेश्वर साहू जिले का एक ऐसा नवाचार शिक्षक है जिसे पूरे बिलासपुर जिला में “जादुई पिटारा का जादूगर” कहा जाता है। उन्होंने अभी तक लगभग 1800 लोगों को जादुई पिटारा एप डाउनलोड करा चुके हैं ।
आज के इस प्रशिक्षण में वासुदेव पाण्डेय यूआरसी बिल्हा शहरी, सीएसी तिफरा सुनील पाण्डेय, डीआरजी संदीप दुबे, योगेंद्र वर्मा, सस्मिता शर्मा, सीएसी किरण देग्वेकर, योगेश करंजवाकर, शहर के 113 शिक्षक उपस्थित रहे।