- आज की तिथि
कृष्ण पक्ष – द्वितीय पक्ष (02 रा)
तिथि – अष्टमी ( 08 वीं )
वार/दिन- शुक्रवार ( 06 वां वार/दिन )
#पूर्णिमांत ज्येष्ठ
आज तिथि ५१२६ /०२-०२-०८ /०६ युगाब्द ५१२६/ वैशाख (पूर्णिमांत ज्येष्ठ) कृष्ण पक्ष, अष्टमी, शुक्रवार शुभ व मंगलमय हो….
अंको में आज की तिथि
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♡🔆 5126/02/02/08/06♡
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युगाब्द (कलियुग) – 5126
वैशाख# – दूसरा माह (02)
कृष्ण पक्ष – द्वितीय पक्ष (02 रा)
तिथि – अष्टमी ( 08 वीं )
वार/दिन- शुक्रवार ( 06 वां वार/दिन )
#पूर्णिमांत ज्येष्ठ
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ह्रदय तुम्हारा पिघल न पाया,
जब देखा दुखियारा ।
किसी पंथ, भूले ने, तुमसे
पाया नहीं सहारा ।
सूखी है करुणा की धारा,
कैसे मिलेंगे भगवान ।।
✍️ अधिकाँश व्यक्ति ईश्वर की पूजा/भक्ति अपनी उचित/अनुचित माँग पूरी करवाने हेतु करता हैं ।
✍️ जबकि पूजा/भक्ति/ईश्वर के समीप बैठने से आशय उसके (ईश्वर) जैसा बनने से है ।
✍️ हम जिस किसी ईश्वर/देवी/देवता की उपासना/पूजा/भक्ति करते हैं हमारे अंदर उस जैसे गुण, स्वभाव, सोच आदि आ जाने चाहिए ।
✍️ यदि नहीं आते/आ रहे, तो हम अपने आपको भिखारी ही समझें ।
✍️ जब हम एक ही भिखारी को बार-बार देना पसन्द नहीं करते तो क्या सर्वश्रेष्ठ ईश्वर हम भिखारी को बिना पात्रता/योग्यता, कुछ देगा, सोचें ?
आज तिथि ५१२६ /०२-०२-०८ /०६ युगाब्द ५१२६/ वैशाख (पूर्णिमांत ज्येष्ठ) कृष्ण पक्ष, अष्टमी, शुक्रवार की पावन मंगलबेला में, ईश्वर जैसा बनने के संकल्प के साथ, नित्य की भांति, आपको मेरा “राम-राम”।
प्रस्तुति – ललित अग्रवाल