- बैठक का शुभारंभ बी आर सी बिल्हा ग्रामीण एवं शहरी ने किया
बिलासपुर , 24 मई ,campussamachar.com, । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और उससे जुड़े विभिन्न विषयों को लेकर बिलासपुर, मुंगेली, जीपीएम के डी ई ओ,डी एम सी सभी 10 विकास खंड के बी ई ओ एवं बी आर सी तथा चुने हुए सी ए सी के लिए आज 24 मई को डाइट पेंड्रा में एक दिवसीय बैठक आयोजित की गई । इसमें संभाग के तीन जिलों बिलासपुर, मुंगेली, जीपीएम के डी ई ओ सहित सी ए सी तक के अधिकारियों ने भाग लिया ।
बैठक में बिल्हा ग्रामीण से बी आर सी प्रमुख देवी प्रसाद चंद्राकर एवं बिल्हा शहरी यू आर सी सी वासुदेव पांडेय अन्य गणमान्य अधिकारियों के द्वारा मां सरस्वती की पूजा अर्चना एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । आज की बैठक का मुख्य उद्देश्य NEP 2020, NIPUN BHARAT, NCF 2005 , FLN,BALWADI ETC विषयों पर चर्चा हुई।
यह भी पढ़ें : UPSC April Result 2024 : संघ लोक सेवा आयोग ने अप्रैल, 2024 माह के भर्ती परिणाम घोषित किए, यहाँ देखें पूरा रिजल्ट
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 क्या है?
भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020), जिसे 29 जुलाई 2020 को भारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया, भारत की नई शिक्षा प्रणाली के दृष्टिकोण को रेखांकित करती है। यह पिछली राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986 की जगह लेती है। नीति का उद्देश्य भारतीय लोकाचार में निहित एक ऐसी शिक्षा प्रणाली का निर्माण करना है जो सभी को उच्च-गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करके भारत को बदलने में सीधे योगदान दे, जिससे भारत एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बन सके।
यह भी पढ़ें : GGU Bilaspur News : एक्सेलरेटर सेंटर उच्चस्तरीय अंतरराष्ट्रीय शोध में अग्रणी भूमिका निभाएगा- प्रोफेसर चक्रवाल
- स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) की मुख्य विशेषताएं
- प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा (ईसीसीई) और आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता (एफएलएन) पर ध्यान केंद्रित करना
- स्कूल छोड़ने वालों की संख्या में कमी लाना तथा स्कूल शिक्षा के सभी स्तरों पर सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करना
- सीखना समग्र, एकीकृत, आनंददायक और आकर्षक होना चाहिए
- शिक्षक सशक्तिकरण
- समतामूलक एवं समावेशी शिक्षा: सभी के लिए शिक्षा
- स्कूल शिक्षा के लिए मानक-निर्धारण और प्रत्यायन
- शैक्षणिक दृष्टि से सुदृढ़ शिक्षण एवं सीखने की प्रथाओं को अपनाना
- शिक्षण, सीखने और मूल्यांकन में प्रौद्योगिकी को अपनाना