- एक्सेलरेटर मशीन से हुआ सफल आयन बीम परीक्षण
बिलासपुर , 24 मईcampussamachar.com, | गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (guru ghasidas vishwavidyalaya Bilaspur chhattisgarh ) नैक द्वारा ए++ ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University) द्वारा भौतिकीय विज्ञान विद्यापीठ के अंतर्गत शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग में स्थित 3.0 एमवी पेलेट्रॉन एक्सेलरेटर (त्वरक) मशीन से आयन बीम का सफल परीक्षण कंट्रोल रूम में स्थित कमांड कंप्यूटर पर क्लिक करके किया गया।
आयन बीम के उद्घाटन अवसर पर विश्वविद्यालय (guru ghasidas vishwavidyalaya Bilaspur chhattisgarh ), के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University) ने प्रसन्नता व्यक्त की तथा शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि तीन मिलियन वोल्ट की विभव क्षमता पर कार्य करने वाली भारत की विश्वविद्यालय स्तर पर इकलौती क्रियाशील मशीन है। उन्होंने अतंर विश्वविद्यालय एक्सेलरेटर केंद्र (आईयूएसी), नई दिल्ली के निदेशक प्रो. अविनाश चंद्र पाण्डेय के सक्रिय रचनात्मक सहयोग और सहभागिता हेतु आभार व्यक्त किया।
GGU News : प्रो. चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University) ने कहा कि मध्य भारत में स्थित यह त्वरक केंद्र आने वाले समय में भारत के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालयों में लो एनर्जी आयन के द्वारा शोध एवं अनुसंधान के लिए उपयुक्त केन्द्र साबित होगा। यह एक्सेलरेटर मशीन अंतरविषयक शोध जिसमें फार्मेसी, मटेरियल साइंस, अर्कियोलॉजी, जीव विज्ञान, केमिस्ट्री, फोरेसिंक साइंस, जैव प्रौद्योगिकी, माइनिंग, नैनो टेकनालॉजी, पर्यावरण विज्ञान आदि में शोध के साथ ही खनन तथा अन्य उद्योगों को तकनीकी परामर्श तथा गुणवत्ता संवर्धन में सहायता प्रदान करेगा।
guru ghasidas vishwavidyalaya Bilaspur chhattisgarh News : प्रो. चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University) ने कहा कि शीघ्र ही एक्सेलरेटर मशीन अंतराष्ट्रीय फलक पर अपने उत्कृष्ठ शोधों हेतु जाना जायेगा। भारत के मध्य क्षेत्र में स्थित यह विलक्षण एक्सेलरेटर मशीन उच्च शिक्षा, शोध के साथ ही औद्योगिक परामर्श और विकास के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि भारतीय परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद् ने अभी हाल ही में ट्रायल रन की अनुमति प्रदान की है जिसके अनुक्रम में अभी परिक्षण किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अभय रणदिवे, आईयूएसी, नई दिल्ली के वैज्ञानिक डॉ. सुनील ओझा, श्री सतीनाथ गरगरी तथा रेडिएशन सेफ्टी अफसर वीरेंदर कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किये। अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शिव पूजन पटेल ने दिया।
इसके पूर्व उद्घाटन कार्यक्रम में अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष एवं त्वरक केन्द्र के प्रभारी प्रो. एम.एन. त्रिपाठी ने स्वागत भाषण देते हुए एक्सलरेटर की गतिविधियों एवं आयन बीम के सफल परीक्षण के संबंध में अतिथियों को जानकारी प्रदान की। आर.एस.ओ. मिनाती सामंता ने एक्सरेटर विकरण सुरक्षा के विषय में जानकारी प्रदान की। इस अवसर प्रो. पारिजात ठाकुर, डॉ. जय सिंह, डॉ अवधेश कुमार दुबे के साथ भौतिकी विभाग के शिक्षक, कर्मचारी तथा शोधार्थी उपस्थित रहे।