- आज की तिथि
चैत्र – पहला महीना
शुक्ल – प्रथम पक्ष
तिथि – पंचमी ( 05 वीं )
आज तिथि ५१२६/ ०१-०१-०५/ ०७ युगाब्द ५१२६/ चैत्र शुक्ल पक्ष, पंचमी, शनिवार “सौर (सक्रांति) नववर्ष / मेष संक्रांति / वैशाखी / बोहाग बीहू” शुभ व मंगलमय हो….
अंको में आज की तिथि
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♡🔆 5126/01/01/05/07 ♡
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युगाब्द (कलियुग) – 5126
चैत्र – पहला महीना
शुक्ल – प्रथम पक्ष
तिथि – पंचमी ( 05 वीं )
वार/दिन- शनिवार ( 07 वां वार/दिन )
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ॐ भूर्भुव स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं,
भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात ।।
✍️ सनातन/हिन्दू धर्मावलंबियों के प्रत्येक धार्मिक क्रियाकलापों में गायत्री मंत्र का उपयोग/बोला जरूर जाता है ।
✍️ माना जाता है कि सर्वप्रथम सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी के मुख से गायत्री मंत्र की उत्पत्ति हुई थी ।
✍️ गायत्री/गायत्री मंत्र को वेदों की माता भी कहा जाता है । यानि चारों वेदों का मूल गायत्री मंत्र ही है ।
✍️ प्रत्येक वनस्पति, जीव जंतु के प्राण ऊर्जा के स्रोत सूर्य भगवान गायत्री मन्त्र के देवता हैं ।
✍️ गायत्री मंत्र में हम अपने इष्ट/आराध्य/देवता/ईश्वर, जिसको हम मानते हैं, से प्रार्थना करते हैं कि वह उसकी बुद्धि को सन्मार्ग/श्रेष्ठ मार्ग की ओर ले चले ।
✍️ हम सब जानते हैं कि दुर्बुद्धि ही हमारे कष्ट/दुख/पतन का मूल कारण होती है ।
आज तिथि ५१२६/ ०१-०१-०५/ ०७ युगाब्द ५१२६/ चैत्र शुक्ल पक्ष, पंचमी, शनिवार “सौर (सक्रांति) नववर्ष / मेष संक्रांति / वैशाखी / बोहाग बीहू” की पावन मंगल बेला में, ईश्वर से अपने एवं आपके लिए भी सद्बुद्धि/श्रेष्ठ बुद्धि की कामना/ प्रार्थना करते हुए, नित्य की भांति, आपको मेरा “राम-राम” ।
◊प्रस्तुति
ललित अग्रवाल