- चतुर्वेदी के निष्कर्ष से शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान मिलने को उम्मीद है, जो कैरियर मार्गदर्शन के लिए अधिक सहायक और छात्र केंद्रित दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा।
बिलासपुर , 27 मार्च ,campussamachar.com, । अपने शहर बिलासपुर के प्रख्यात शिक्षाविद दुष्यंत कुमार चतुर्वेदी ने शिक्षा शास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है । बिलासपुर छत्तीसगढ़ के दुष्यंत कुमार चतुर्वेदी को छत्तीसगढ़ बिलासपुर के कोटा में करगी रोड पर स्थित डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय (Dr. C.V. Raman University Bilaspur , Chhattisgarh ) द्वारा शिक्षा शास्त्र में डॉक्टर आफ फिलॉसफी की प्रतिष्ठित उपाधि से सम्मानित किया गया है ।
campussamachar News : डॉक्टर सी सी रमन विश्वविद्यालय (Dr. C.V. Raman University bilaspur Chhattisgarh ) में एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर स्मृति किरण सैमन्स की देखरेख में उनके डॉक्टरेट शोध में उच्चतर – माध्यमिक विद्यालय के छात्रों के कैरियर निर्णय लेने और आत्मविश्वास पर माता-पिता के दबाव का प्रभाव विषय पर गहन चर्चा की गई। उनके डॉक्टरेट थीसिस की अंतिम प्रक्रिया जिस वायवा रहा । झारखंड के आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर प्रमोद कुमार नायक द्वारा किया गया । चतुर्वेदी का शोध छात्रों के करियर विकल्पों और आत्मसम्मान पर माता-पिता के दबाव के महत्वपूर्ण प्रभाव पर प्रकाश डालता है, जो आज के प्रतिस्पर्धी शैक्षिक परिदृश्य में इसके नियत को उजागर करता है।
Bilaspur News in hindi : अध्ययन में छात्रों को अपने माता-पिता और आकांक्षाओं के आधार पर कैरियर संबंधी निर्णय लेने की सशक्त बनाने के महत्व पर जोर दिया गया है, जिसका उद्देश्य माता-पिता के दबाव के प्रतिकूल प्रभाव को काम करना है या जो सराहनीय उपलब्धियां या अवसर जैसी संभावित मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों का कारण बन सकता है। चतुर्वेदी के निष्कर्ष से शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान मिलने को उम्मीद है, जो कैरियर मार्गदर्शन के लिए अधिक सहायक और छात्र केंद्रित दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा। जिससे अंतत युवा शिक्षार्थियों के लिए एक उज्जवल भविष्य की सुविधा होगी