- विभागाध्यक्ष डॉ गीता रानी ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। प्राचार्य प्रो संजय मिश्रा जी ने इस आयोजन हेतु शिक्षाशास्त्र विभाग को शुभकामनाएं दी।
लखनऊ , 13 मार्च campussamachar.com, । आज आवश्यकता है कि शिक्षा जगत में ज्वलन्त महत्वपूर्ण मुद्दों पर शोध कार्य किया जाए। अनेक मुद्दे शोधकर्ताओं की राह देख रहे हैं लेकिन आज शोधार्थी परम्परागत मुद्दों पर ही शोध करने की ओर प्रवृत्त दिखाई पड़ते हैं।
यह विचार आज डॉ शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय के डीन प्रो रजनी रंजन सिंह ने शिक्षाशास्त्र विभाग बी एस एन वी पी जी कालेज ( Bappa Sri Narain Vocational P.G College lucknow) द्वारा आयोजित शोध कार्यशाला में कही। प्रो सिंह ने इस दौरान महाविद्यालय के सामाजिक विज्ञान अनुशासन के शोध छात्रों को अनुसंधान प्रस्ताव की बारीकियां समझाते हुए रिसर्च प्रोपोजल के विभिन्न चरणों की पद्धतियां बताई।
BSNV College News : उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की चुनौतियों पर अनुसंधान करें। शिक्षक- शिक्षा के क्षेत्र में आ.ई.टी.ई.पी. के विभिन्न पहलुओं एवं उनकी चुनौतियों पर हम अकादमिक अनुसंधान करें। प्रो सिंह ने कहा कि आज आवश्यकता है कि हम समावेशन की अवधारणा को समझते हुए संस्थाओं में इसकी स्थिति पर अनुसंधान करें उदाहरण के रूप में हम यह देखें कि क्या समस्त शिक्षकों में दिव्यांग शिक्षक, समाज के विभिन्न वर्गों से आने वाले शिक्षकों का प्रतिनिधित्व है? इसके साथ उन्होंने आंकड़ों के संकलन एवं विश्लेषण के विभिन्न तत्वों पर विशेष चर्चा की तथा शोधकर्ताओं के इस संदर्भ में प्रश्नों के उत्तर भी दिए।
KKV News : इस दौरान सभी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने प्रो रजनी रंजन सिंह को दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पद पर नियुक्ति प्राप्त करने हेतु बधाई भी दी। इस कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि विद्यांत पी जी कालेज के डॉ जितेंद्र कुमार पाल ने शोधकर्ताओं को डेटा विश्लेषण एवं अकादमिक लेखन की बारीकियों से परिचित कराया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ मञ्जुल त्रिवेदी ने शोधकर्ताओं की शोध समस्या के संदर्भ में विस्तृत परिचर्चा की। प्रो अनिल कुमार पांडेय ने कार्यशाला की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए कार्यशाला के महत्व पर चर्चा की। विभागाध्यक्ष डॉ गीता रानी ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। प्राचार्य प्रो संजय मिश्रा जी ने इस आयोजन हेतु शिक्षाशास्त्र विभाग को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों के शोधछात्र तथा शिक्षक उपस्थित रहें।