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Aaj ka panchang | aaj ka rashifal | Aaj Ka Rashifal 6 March 2024 | आज का राशिफल 6 मार्च 2024

  • आज का हिन्दू पंचांग  

दिनांक – 06 मार्च 2024
दिन – बुधवार
विक्रम संवत् – 2080
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत
मास – फाल्गुन
पक्ष – कृष्ण
तिथि – दशमी सुबह 06:30 तक तत्पश्चात एकादशी
नक्षत्र – पूर्वाषाढ़ा दोपहर 02:52 तक तत्पश्चात उत्तराषाढ़ा
योग – व्यतीपात सुबह 11:33 तक तत्पश्चात वरियान
राहु काल – दोपहर 12:51 से 02:20 तक
सूर्योदय – 06:57
सूर्यास्त – 06:45
दिशा शूल – उत्तर
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:19 से 06:08 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:26 से 01:15 तक
व्रत पर्व विवरण – विजया एकादशी (स्मार्त)
विशेष – एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

  दैनिक राशिफल  

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। नए विचार दिमाग में आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। धनार्जन होगा।

🐂वृष
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। काम में मन नहीं लगेगा। दूसरे आपसे अधिक की अपेक्षा करेंगे व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। पुराना रोग उभर सकता है।

👫मिथुन
प्रयास सफल रहेंगे। पराक्रम वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। लाभ होगा।

🦀कर्क
व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगा।अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। विवाद से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति की बातों में न आएं।

🐅सिंह
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में अधिकार वृद्धि हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। निवेश मनोनकूल रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। किसी कार्य के प्रति चिंता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है।

🦂कन्या
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। घर में अतिथियों का आगमन होगा। प्रसन्नता तथा उत्साह बने रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। आलस्य हावी रहेगा। प्रमाद न करें। विवेक का प्रयोग करें।

⚖️तुला
यात्रा में जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट संभव है। पुराना रोग उभर सकता है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। हंसी-मजाक में हल्कापन न हो, ध्यान रखें। कीमती वस्तुएं इधर-उधर हो सकती हैं, संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

🦂वृश्चिक
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल लाभ देंगे। किसी बड़े काम की रुकावट दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें।

🏹धनु
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। थकान रहेगी। किसी कार्य की चिंता रहेगी।

🐊मकर
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। कोई बड़ा काम करने की इच्‍छा जागृत होगी। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। प्रमाद न करें।

🍯कुंभ
स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। आय के नए साधन प्राप्त हो सकते हैं। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य में राहत मिलेगी। चिंता दूर होगी। नौकरी में रुतबा बढ़ेगा।

🐟मीन
धनहानि की आशंका है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। थकान व कमजोरी रह सकती है। व्यापार व व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🌹विजया एकादशी – 06 मार्च 2024

🔸एकादशी अवधि : 06 मार्च सुबह 06:30 से 07 मार्च प्रातः 04:13 तक ।

🔸व्रत उपवास 07 मार्च को रखा जयेगा । द्वादशी युक्त एकादशी में व्रत रखने का शास्त्रीय विधान

🔹06 और 07 मार्च दो दिन चावल खाना निषिद्ध हैं ।

🌹महा शिवरात्रि : 08 मार्च 2024

🌹‘शिव पुराण’ में आता है कि ‘महाशिवरात्रि का व्रत करोड़ों हत्याओं के पाप का नाश करनेवाला है ।’

🌹हिमालय, सुमेरु अपनी मर्यादा छोड़ दे, समुद्र सूख जाय, कोई और रूप हो जाय या अपनी मर्यादा छोड़ दे… उनका प्रभाव भले ही नष्ट हो जाय… लेकिन महाशिवरात्रि का व्रत-उपवास करनेवाले का पुण्य-प्रभाव नष्ट नहीं हो सकता यह शास्त्र वचन है ।

🌹महाशिवरात्रि व्रत, रात्रि जागरण, शिव-पूजन – 08 मार्च🌹

🔸(निशीथकाल – रात्रि 12:13 से 01:01 तक)

🔸(प्रहर:- प्रथम – शाम 06:33 से, द्वितीय – रात्रि 09:35 से, तृतीय – मध्यरात्रि 12:37 से, चतुर्थ – 01 मार्च प्रातः 03:39 से)

🔸 (पारणा : 01 मार्च सूर्योदय के बाद) ।

🔹शिवरात्रि पर स्वास्थ्य-लाभ

🔸’बं’ शिवजी का बीजमंत्र है । जिनको भी गठिया या वायुसंबंधी तकलीफ हो, वे शिवरात्रि पर ‘ॐ बं बं…’ का सवा लाख जप करें । वायुसंबंधी ८० प्रकार की तकलीफों से छुट्टी मिल जायेगी ।

🔸जिनको वायुसंबंधी तकलीफ हो वे एक लीटर पानी में एक काली मिर्च और तीन बेल-पत्ते मसल के डालकर उसे पौना लीटर होने तक उबालें । वह पानी पीनेलायक ठंडा हो जाय तो दिन में वही पियें । इससे भी वायुसंबंधी तकलीफें कम हो जायेंगी ।

🔹एकादशी में क्या करें, क्या न करें ?

🌹 एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें । नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करें ।

🌹 स्नानादि कर के गीता पाठ करें, श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें ।

🌹हर एकादशी को श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।
सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ।।

एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से श्री विष्णुसहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l

🌹 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जप करना चाहिए ।

🌹. चोर, पाखण्डी और दुराचारी मनुष्य से बात नहीं करना चाहिए, यथा संभव मौन रहें ।

🌹एकादशी के दिन भूल कर भी चावल नहीं खाना चाहिए न ही किसी को खिलाना चाहिए । इस दिन फलाहार अथवा घर में निकाला हुआ फल का रस अथवा दूध या जल पर रहना लाभदायक है ।

🌹. व्रत के (दशमी, एकादशी और द्वादशी) – इन तीन दिनों में काँसे के बर्तन, मांस, प्याज, लहसुन, मसूर, उड़द, चने, कोदो (एक प्रकार का धान), शाक, शहद, तेल और अत्यम्बुपान (अधिक जल का सेवन) – इनका सेवन न करें ।

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