- ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन छत्तीसगढ़ के सहायक सचिव गजानन राठौर ने बताया कि 31 अक्टूबर 2022 के बेसिक पे पर डी ए मर्ज कर उसमें 3% की बढ़ोतरी के साथ बैंकर्स की नई बैसिक पे निर्धारित की होगी।
- पांच दिनों की बैंकिग भी अब सपना नहीं
रायपुर / बिलासपुर , 4 मार्च campussamachar.com । शास्त्री अवार्ड से लेकर अब तक देश के दस लाख बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों के 11वेतन समझौते दो तीन सालों की लंबी लड़ाई 8 से 10 हड़तालों के बाद ही मूर्त रूप ले पाते थे। पिछला वेतन समझौता 2 प्रतिशत वृद्वि से शुरु होकर 3 साल के विरोध प्रदर्शन पर 15 प्रतिशत में जाकर निश्चित हुआ था। दिनांक 1 नवंबर 2022 से देय 12वे वेतन समझौते में आईबीए द्वारा पहली ही बैठक में 15%, दूसरी बैठक में 16% तथा मुंबई में तीसरी ही बैठक में 17% ऑफर कर बिना किसी हड़ताल या विरोध प्रदर्शन के यूएफबीयू के साथ 7 दिसम्बर 2023 को 12वे वेतन समझौते के एमओयू साइन करने में सफलता पाई थी।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन छत्तीसगढ़ के सहायक सचिव गजानन राठौर ने बताया कि 31 अक्टूबर 2022 के बेसिक पे पर डी ए मर्ज कर उसमें 3% की बढ़ोतरी के साथ बैंकर्स की नई बैसिक पे निर्धारित की होगी। शेष वितरण 180 दिनों के अंदर कर लागू कर होगा।
बैंकर्स क्लब बिलासपुर के समन्वयक ललित अग्रवाल ने बताया कि बैंकिंग इतिहास में पहली बार बिना किसी धरना प्रदर्शन या हड़ताल के वेतन समझौता हो जाना, अपने आप मे एक चमत्कार से कम नही हैं।
ज्ञात हो कि वैश्विक मानकों के अनुरूप समानता हेतु यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस द्वारा लंबे समय से पांच दिवसीय बैंकिंग की मांग की जा रही हैं। प्रधानमंत्री जी के डिजिटल अभियान से प्रेरित होकर इंटरनेट बैंकिंग, विभिन्न बैंकों के मोबाईल एप्प, यूपीआई आदि की मदद से लगभग 70% जनसामान्य 24 घँटे सातों दिन अनवरत बैंकिंग सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं।
इससे स्पष्ट हो रहा हैं कि 11 मार्च 2024 को आईबीए व यूएफबीयू के बीच नया वेतनमान समझौता साइन होने के साथ पांच दिवसीय बैंकिंग कार्यावधि सप्ताह भी लागू हो सकता हैं। प्रधानमंत्री जी दूरदृष्टि से दस लाख बैंकर्स के मार्फत लगभग 10 करोड़ जनसामान्य को संतुष्ट करने का सार्थक प्रयास करते प्रतीत हो रहे हैं।