- मुख्य अतिथि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अतुल भाई कोठारी ने भारतीय ज्ञान परंपरा को विस्तारपूर्वक अपने व्यक्तव्य में बताया और आज के युवा वर्ग को यह सलाह दिया कि सभी को अपने राष्ट्र की संस्कृति, परंपरा को अपनाना चाहिए।
- श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल विश्वविद्यालय भिलाई के सहायक अध्यापक डॉ. अनुपम कुमार ने लिखी है “भारतीय ज्ञान परंपरा” पुस्तक ।
नई दिल्ली /भिलाई , 15 फरवरी । campussamachar.com, श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल विश्वविद्यालय ( Shri Shankaracharya Professional University Bhilai) छत्तीसगढ़ के पत्रकारिता विभाग के सहायक अध्यापक डॉ. अनुपम कुमार की पुस्तक “भारतीय ज्ञान परंपरा” का पुस्तक लोकार्पण समारोह 14 फरवरी 2024 को विश्व पुस्तक मेला, प्रगति मैदान , नई दिल्ली में किया गया है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महान शिक्षाविद, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, के राष्टीय संगठन मंत्री अतुल भाई कोठारी जी, अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ के राष्टीय उपाध्यक्ष शिक्षाविद, महेंद्र जी, केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. साकेत कुशवाहा , पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर, राजस्थान के कुलपति, प्रो. अनिल कुमार राय , किताबवाले प्रकाशन के प्रबन्ध निदेशक , प्रशांत जैन इत्यादि अनेक विद्वतजन इस समारोह में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन, दिल्ली विश्वविद्यालय के सहायक अध्यापक , डॉ. सुधीर रिंटेंन ने किया।
cg news in hindi : स्वागत भाषण से कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पुस्तक के संपादक डॉ. अनुपम कुमार राय ने सभी विद्वतजनों का स्वागत एवं परिचय कराया। तत्पश्चात किताबवाले प्रकाशक के प्रबंध निदेशक प्रशांत जैन ने सभी विद्वतजनों को शॉल और माँ सरस्वती की मूर्ति देकर सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र ने भारतीय ज्ञान परंपरा के तत्वों पर प्रकाश डालते हुए अपनी बात की शुरुआत की। उन्होंने राय द्वय संपादक डॉ. रिन्जु राय, डॉ. अनुपम कुमार राय को बधाई दी एवं कार्यों की सराहना की।
bhilai news : कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अतुल भाई कोठारी ने भारतीय ज्ञान परंपरा को विस्तारपूर्वक अपने व्यक्तव्य में बताया और आज के युवा वर्ग को यह सलाह दिया कि सभी को अपने राष्ट्र की संस्कृति, परंपरा को अपनाना चाहिए। जिससे राष्ट्र का विकास होगा। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मंजुल ने किया।