- प्रधान पाठक रामचंद्र जांगड़े ने बताया कि मंदिर में तो पत्थर की मूर्ति में भगवान की भावना जाती है जबकि जीते जागते माता-पिता में सचमुच भगवान बसते हैं।
बिलासपुर, 15 फरवरी । campussamachar.com, माता-पिता की सेवा और आशीर्वाद से बढ़कर दुनिया में कुछ नहीं है.संस्कार और संस्कृति के बिना हम अच्छे नागरिक नहीं बन सकते और उसके बिना अच्छे राष्ट्र का निर्माण नहीं हो सकता। शासकीय प्राथमिक शाला बोहारडीह, संकुल – सारधा में बसंत पंचमी एवं मातृ -पितृ दिवस कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की पूजा अर्चना करके किया गया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे शिक्षक राजेश यादव ने बहुत सुंदर सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया उसके बाद उपस्थित माता-पिता के स्वागत के लिए बच्चों ने स्वागत गीत गाकर सबका मन आनंदित कर दिया.तत्पश्चायत बच्चों ने अपने -अपने माता पिता को तिलक लगाकर पुष्प माला पहनाकर उनका आशीर्वाद लिए।
bilaspur News : प्रधान पाठक रामचंद्र जांगड़े ने बताया कि मंदिर में तो पत्थर की मूर्ति में भगवान की भावना जाती है जबकि जीते जागते माता-पिता में सचमुच भगवान बसते हैं। पालकों ने भी अपने अपने विचार साझा किया। शिक्षक राजेश यादव ने बच्चों को माता-पिता का हमेशा सम्मान करने और उनकी बात मानते हुए मन लगाकर पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया।