रायपुर, 4 दिसंबर । campussamachar.com, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद आदर्श आचार संहिता खत्म हो गयी है । इसन सभी राज्यों में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेजी से चल र्राही है और CM के नाम पर भी जल्द मुहर लगने वाली है । नयी सरकारों से लोगों से तरह तरह उम्मीदें भी हैं लेकिन छत्तीसगढ़ में इस समय सबसे अधिक परेशान शिक्षक हैं और इन्हें सिर्फ आश्वासन मिले हैं लेकिन न्याय नहीं । इसलिए अब शिक्षकों को नयी सरकार से न्याय की दरकार है ।
latest Hindi News : छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा मानसिक और आर्थिक रूप से परेशानी शासकीय शालाओं के शिक्षक झेल रहे हैं। लंबे अरसे बाद प्रमोशन तो मिला लेकिन प्रमोशन के बाद कभी संशोधन और कभी सही पदस्थापना , निरस्तीकरण की प्रक्रिया पूरे शिक्षक समुदाय के लिए जी का जंजाल बन गई। इनमें शिक्षकों को इस तरह से कानूनी दाँवपेंच में उलझा दिया गया है कि वह न केवल वेतन के लिए तरसते रहे, बल्कि अपनी पदस्थापना वाले स्कूल पदस्थापना के लिए स्कूलों के भी चक्कर लगाते रहे लेकिन अफसर और राजनेताओं के चलते शिक्षकों की समस्याएं न केवल अनसुनी कर दी गई बल्कि शिक्षकों की पीड़ा को सुनने वाले जिम्मेदार अफसरों ने भी मुंह फेर लिया।
CG Teachers News in Hindi : शायद यही कारण है कि वर्तमान हालातों में शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग खुद को अपमानित महसूस कर रहा है। अब पीड़ित शिक्षकों को नई सरकार से अपेक्षाएं भी यही है कि वे तत्काल संशोधन, पदोन्नति संशोधन, निरस्तीकरण जैसी पूरी प्रक्रिया को जल्द से जल्द कानून सम्मत तरीके से पूरी करें और शिक्षकों के साथ हो रहे हैं अन्याय को खत्म कर उन्हें न्याय दिलाया जाय ।
CG News in Hindi : एक वरिष्ठ शिक्षक नेता का कहना है कि पदोन्नति व संशोधन के मामले में संभागों में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निलंबित किया गया और उन पर कई गंभीर आरोप भी लगे लेकिन इस कार्रवाई में शिक्षकों को बलि का बकरा बनाया गया और शिक्षकों को बिना किसी गलती के न केवल वेतन के लिए परेशान होना पड़ा अपितु मानसिक और शारीरिक रूप से होना पड़ रहा है और यह सिलसिला अभी भी जारी है । शिक्षकों की कई अन्य मूलभूत समस्याओं को हल करने के लिए सड़क पर उतरना पड़ा लेकिन इसमें भी न्याय नहीं प्रताड़ना ही मिली ।