रीवा. अभियांत्रिकी महाविद्यालय के सभागार में आयोजित सम्मान समारोह का विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि अभियांत्रिकी महाविद्यालय में अधोसंरचना के विकास और फैकल्टी की नियुक्ति के लिये वे शीघ्र ही तकनीकी शिक्षा मंत्री एवं प्रमुख सचिव के साथ गवर्निंग बाडी की बैठक आयोजित करवायेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष गौतम ने कहा कि इस अभियांत्रिकी विद्यालय को प्रारंभ हुये 58 वर्ष पूर्ण हो चुके। वर्ष 1964 में अभियांत्रिकी महाविद्यालय की नीव रखी गयी थी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के चार प्रतिमान है चिकित्सा शिक्षा, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा। प्रारंभ में अभियांत्रिकी महाविद्यालय को बहुत अधिक भूमि आवंटित की गई थी। लेकिन इसके परिसर में जिला न्यायालय, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय भवन का निर्माण होने से अब अभियांत्रिकी महाविद्यालय का परिसर छोटा हो गया है। उन्होंने कहा कि अभियांत्रिकी महाविद्यालय से पास आउट हुये जिन छात्रों पर हमें अभिमान था अब वे सड़क में आ गये है। इसका मुख्य कारण निजी अभियांत्रिकी महाविद्यालय बहुतायत संख्या में खुल गये है।
विधानसभा अध्यक्ष गौतम ने कर्मचारियों की मांग पर कहा कि हमारा संवैधानिक अधिकारों के साथ दायित्व भी हैं। हमारा देश उदारवादी लोक तांत्रिक देश है। इसमें दायित्व के साथ अधिकार का है। राष्ट्र निर्माण में भी आपकी अहम भूमिका होनी चाहिये। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम का स्मृति चिन्ह, शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।
प्राचार्य बी.के. अग्रवाल ने कहा कि अभियांत्रिकी महाविद्यालय में उच्च स्तरीय लैबोरेटरी स्थिति है। लेकिन बहुत कम फैकल्टी होने के कारण इसका सीमित मात्रा में ही उपयोग हो पाता है। अभियांत्रिकी महाविद्यालय में 90 पद स्वीकृत है। वर्तमान में केवल 29 फैकल्टी ही कार्यरत है। इस महाविद्यालय में 5 ब्रांच है कुल 1100 छात्र अध्यनरत है।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर संदीप पाण्डेय, पूर्व प्राचार्य डीके सिंह, सुरेन्द्र सिंह, अवधेश तिवारी, पुष्पेन्द्र गौतम, लालमन तिवारी, राघवशरण मिश्रा, रोशनलाल, एसडी श्रीवास्तव, आरपी तिवारी, पन्नालाल तिवारी, आरडी तिवारी, अर्चना ताम्रकार, समीक्षा सिंह, चन्द्रिका प्रसाद दाहिया एवं राघवेन्द्र सोहगौरा उपस्थित रहे।