- लखीमपुर में किसानो की हत्या के आरोपी गृहराज्य मंत्री का अभी तक मंत्रिमंडल मे बने रहना देश के लिए शर्मनाक – अशोक ढ़वले
लखनऊ 27 नवम्बर। campussamachar.com, संयुक्त किसान मोर्चा एवं ट्रेड यूनियनो के संयुक्त मंच के राष्ट्रव्यापी आवाहन पर लखनऊ के ईको गार्डन में किसानों मजदूरों का महापड़ाव दूसरे दिन भी जारी रहा। कल 26 नवंबर से जारी महापड़ाव में हजारों किसान मजदूर ठंड के बावजूद रात भर मौजूद रहे। आज 27 नवंबर को महापड़ाव का संचालन उत्तर प्रदेश किसान सभा के प्रदेश महामंत्री मुकुट सिंह, एटक के महासचिव चंद्रशेखर, किसान महासभा के ईश्वरी प्रसाद ने किया।
अध्यक्षता सीटू के अध्यक्ष रवि मिश्रा, उत्तर प्रदेश किसान सभा कोषाध्यक्ष बाबूराम यादव, रामदरश कुशवाह, बालेन्द्र कटियार, शशिकांत क्रांतिकारी किसान यूनियन, छीतर सिंह एवं सीता रावत सेवा के संयुक्त अध्यक्ष मंडल ने की। महापड़ाव के दूसरे दिन किसानों मजदूरों को संबोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के केंद्रीय कमेटी के सदस्य, अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक ढ़वले ने सम्बोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार किसान आंदोलन में किए गए वादों से मुकर गई है। अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य के को कानूनी दर्जा नहीं दे रही है। बिजली के निजीकरण के लिए बिजली संशोधन विधेयक 2022 आज भी संसद में पड़ा है।
CITU News : अशोक ढ़वले ने कहा कि आज भी लखीमपुर कांड में किसानों की हत्या के आरोपी गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी आज भी मंत्रिमंडल का हिस्सा बना हुआ है इससे बड़ी शर्म की बात मोदी, योगी सरकार के लिए नहीं हो सकती। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉ सुनीलम ने कहा किसान विरोधी सरकार की रीड को तोड़ने के लिए जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश से किसानों मजदूरों को अपने ऊपर लेनी होगी।
#भारतीय किसान यूनियन टिकेत के राष्ट्रीय महासचिव राजवीर सिंह जादौन ने कहा सयुंक्त मोर्चा के जिन 25 मांगों के राष्ट्रीय स्तर पर राजभवनो पर पडाव के माध्यम से उठाया है उनमें फसलों के रेट के साथ-साथ कर्ज माफी जैसे महत्वपूर्ण सवाल भी हैं। आज किसानों के प्रदूषण के नाम पर खलनायक बनाने का प्रयास किया जा रहा है जो स्वीकार नही किया जा सकता।
यह पदाधिकारी रहे उपस्थित
latest lucknow news : अलावा #महापड़ाव में आए किसानों मजदूरों के नेताओं में उत्तर प्रदेश किसान सभा के सहित सचिव चंद्रपाल सिंह, कोषाध्यक्ष बाबूराम यादव, भीमलाल एआईकेकेएम एस, आंगनबाड़ी की चमन आरा, राजीव कुशवाहा किसान महासभा, हरेश गुप्ता इंटक, नंदलाल गुप्ता एआईयूटीयूसी, सतीश कुमार खेत मजदूर यूनियन, बृज बिहारी, पीसी कुटील, अनुज सिंह बीकेयू, सत्यभान सिंह बीकेयू, मीना सेवा, डॉ. बी के सिंह, हरेश गुप्ता इंटक, कमलेश यादव,पीसी कुरील, राजनेत यादव, राम रतन क्रांतिकारी कमल अग्रवाल राज्य कर्मचारी स॔घ आदि ने विचार रखे। किसान मजदूर आज रात में भी धरना स्थल पर बने हुए हैं। कल कल 28 नवंबर को महापड़ाव का आखिरी दिन है कल ही राज्यपाल को अपनी मांगों से संबंधित मांग पत्र भी किसान मजदूर सौंपेंगे।पाल को अपनी मांगों से संबंधित मांग पत्र भी किसान मजदूर सौंपेंगे।