लखनऊ. NMOPS के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार ‘बंधु’ के आह्वान पर पूरे देश के लाखों-लाख पेंशनविहीन कर्मचारियों, शिक्षकों, अधिकारियों ने सेवानिवृत्ति के बाद प्राप्त होने वाली पुरानी पेंशन को फिर से बहाल करने व निजीकरण को रोकने के लिए ट्विटर पर कैम्पेन चलाया। जिसमे हैश टैग के माध्यम से अपनी बात जिम्मेदारों तक पहुंचाने का अभियान चलाया। शिक्षकों-कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री , वित्तमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्रियों से पुरानी पेंशन बहाल करने व निजीकरण न करने की मांग की। साथ ही केंद्र सरकार व विभिन्न राज्य सरकारों से निजीकरण को तत्काल रोकने की भी मांग की। कर्मचारियों ने ट्वीट के माध्यम से संदेश दिया कि निजीकरण समाज के लिए कोढ़ है। अपने कैम्पेन में उन सरकारों को भी निशाने पर लिया जिन्होंने चुनाव से पहले पुरानी पेंशन बहाली के वादा किया था और सरकार बनते ही उसे भूल से गये हैं। NMOPS के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बन्धु व महासचिव स्थिति प्रज्ञा ने बताया कि कुछ ही समय मे हैश टैग ट्रेंड करने लगा। यह दर्शाता है कि देश भर के कर्मचारियों को इस विषय का लेकर गुस्सा है। अटेवा के प्रदेश महामंत्री डा. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि पूरे प्रदेश के अधिकांश विभागों के कर्मचारी शिक्षक, डॉक्टर पुलिस, बैंकर्स, सफाई कर्मी ने ट्वीट कम्पेन के माध्यम से अपना आक्रोश जाहिर किया जिसे सरकार को संज्ञान में लेना चाहिए ।
अटेवा के प्रदेश मीडिया प्रभारी डा. राजेश कुमार ने अभियान को सफल बताते हुए कहा कि आज शिक्षक-कर्मचारी व अधिकारी सोशल मीडिया का प्रयोग करना सीख गया है और अपनी बात को मजबूती के साथ जिम्मेदारों तक पहुंचा रहा है, वहीं आई टी सेल प्रभारी अभिनव सिंह राजपूत ने बताया कि आज के इस दौर में सोशल मीडिया ही वह सशक्त माध्यम है जिससे हम अपनी बात और अपनी माँग को जिम्मेदारों तक पहुंचा सकते हैं।
अभियान को सफल बनाने में ये रहे सक्रिय
इस अभियान को सफल करने में अटेवा उत्तर प्रदेश के आई टी सेल के साथी दानिश इमरान, श्रवण कुशवाहा, डा. हरिप्रकाश ,चन्द्रहास सिह सुधाकर ज्ञानार्थी, विक्रमादित्य मौर्य, रजत प्रकाश, संजय पटेल व प्रमोद कुमार पटेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं देश के विभिन्न राज्यों से शिक्षक कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इनमें मध्य प्रदेश से परमानंद डहेरिया व राम नरेश कुशवाहा के नेतृत्व में, छत्तीसगढ़ से विक्रांत सिंह, महाराष्ट्र से वितेश खाण्डेकर, हिमांचल प्रदेश से प्रदीप ठाकुर सहित विभिन्न प्रान्तों के राज्याध्यक्ष व आईटी सेल के नेतृत्व में अभियान सफल रहा।