- शाला की प्रधान पाठिका निशा अवस्थी ने बताया कि आंवला नवमी प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का भारतीय संस्कृति का पर्व है ।
बिलासपुर , 21 नवंबर ।campussamachar.com, आंवला नवमी के शुभ अवसर पर जनपद प्राथमिक शाला जलसों संकुल -पौसरा विकासखंड- बिल्हा में आज 21 नवंबर 2022 आंवला पेड़ का तिलक लगाकर ,लाल चुनरी ओढ़ाकर, श्रृंगार सामग्री एवं नारियल चढ़ाकर शाला की शिक्षक- शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राओं द्वारा पूजा अर्चना की गई। शाला की प्रधानपाठिका निशा अवस्थी ने बताया कि आंवला नवमी प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का भारतीय संस्कृति का पर्व है ।
#आंवला पूजन पर्यावरण के महत्व को दर्शाता है ,जागरूक करता है। आंवला में मल्टीविटामिन, खनिज तत्व आदि भरपूर मात्रा में पाया जाता है सौ रोगों की एक दवा की तरह माना जाता है आयुर्वेद में अमृत की तरह माना जाता है इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है इसके उपयोग से बाल झड़ना कम होता है तनाव कम होता है हड्डियों को ताकत मिलती है प्रदूषण आदि से शरीर की रक्षा करता है। इस दिन आंवले के पेड़ का पूजन कर परिवार के लिए आरोग्यता व सुख -समृद्धि की कामना किया गया । इस दिन किया गया तप, जप , दान इत्यादि व्यक्ति को सभी पापों से मुक्त कर मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाला होता है।
bilaspur news today : इस दिन इस वृक्ष के नीचे बैठने और भोजन करने से रोगों का नाश होता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन किया गया पुण्य कभी समाप्त नहीं होता है। इस अवसर पर बसंत पांडेय, श्रीमती संध्या चतुर्वेदी, सरिता सायसेरा, अनीता बंजारे, प्रेम बल्लभ शुक्ला आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं सहित स्कूल के बच्चे उपस्थित रहे।