- सिम्पोजियम में 197 प्रतिभागियों ने पंजीयन कराया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी एवं बड़ी संख्या छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
बिलासपुर, 21 नवंबर । campussamachar.com, गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas University Bilaspur ) में दि नोबल प्राइज इन केमेस्ट्री 2023: दि डिस्कवरी एंड सिंथेसिस ऑफ क्वांटम डॉट्स विषय पर दिनांक 21 व 22 नवंबर, 2023 को दो दिवसीय राष्ट्रीय सिम्पोजियम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह रजत जयंती सभागार में आज दिनांक 21 नवंबर, 2023 को सुबह 10 बजे किया गया।
GGU latest news: उद्घाटन समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने कहा कि श्रेष्ठ अनुसंधानकर्ता बनने के लिए संयम, समर्पण और सतत् प्रयत्न की आवश्यकता होती है। जिज्ञासु स्वभाव और प्रत्येक बिंदु पर सारगर्भित सवालों से आपके शोध में तथ्य़परकता आती है। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय आने वाले समय में अनुसंधान के क्षेत्र में श्रेष्ठतम संस्थान के रूप में स्थापित होगा।
GGU bilaspur News : कुलपति प्रो. चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने कहा कि विश्व में क्वांटम डॉट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित मेडिकल केयर के क्षेत्र में प्रभावी रूप से कार्य कर रहा है। सिम्पोजियम में शामिल प्रतिभागियों एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप संसाधनों की चिंता छोड़कर समाज उपयोगी गुणवत्तापूर्ण शोध पर ध्यान दें।
प्रो. अरुण सावंत, पूर्व कुलपति, राजस्थान विश्वविद्यालय ने प्राचीन काल में उपयोग हो रहे विभिन्न कांच के रंजकों के आकार पर प्रकाश डालते हुए बताया कि क्वांटम डॉट आकार आधारित विभिन्न रंग बनाते है। शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कृत भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु के प्रो. पी.एस. मुखर्जी ने क्वांटम डॉट के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे प्रयोग की चर्चा की और कार्बधात्विक यौगिकों के बारे में विस्तार से बताया। प्रो. टी.एस. पाल पूर्व प्राध्यापक आईआईटी खड़गपुर ने कहा कि नैनो टेकनालॉजी एवं क्वांटम डॉट्स ने मेडिकल एवं तकनीक के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन किया है।
latest Guru Ghasidas University Bilaspur news : विशेषज्ञों ने बेहतर शोध परिणामों के लिए युवा शोधार्थियों से प्रशिक्षण एवं कार्यशालाओं में भाग लेने हेतु आह्वान किया। 2023 का नोबेल पुरस्कार तीन अमेरिकी वैज्ञानिकों को क्वांटम डॉट्स की खोज और विकास के लिए मौंगी जी. बावेंडी, लुईस ई. ब्रूस और एलेक्सी येकिमोव को दिया गया है। इससे पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर मां सरस्वती एवं संत गुरु घासीदास जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण किया। अतिथियों का स्वागत नन्हें पौधों से हुआ। तरंग बैंड द्वारा सरस्वती वंदना एवं कुलगीत की प्रस्तुति दी गई। सिम्पोजियम के चेयरमेन प्रो. जी.के. पात्रा ने स्वागत उद्बोधन दिया। प्रो. पी.के. बाजपेयी अधिष्ठाता भौतिकीय विज्ञान विद्यापीठ एवं विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas University Bilaspur ) के कुलसचिव प्रो. मनीष श्रीवास्तव ने सिम्पोजियम की प्रासंगिकता पर अपने विचार व्य़क्त किये।
Guru Ghasidas University Bilaspur : अतिथियों का शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनोरमा ने व धन्यवाद ज्ञापन सिम्पोजियम के संयोजक डॉ. एस.एस. ठाकुर ने किया। सिम्पोजियम में 197 प्रतिभागियों ने पंजीयन कराया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी एवं बड़ी संख्या छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।