- जिम्मेदार अधिकारी शासन द्वारा स्पष्ट दिशानिर्देश न होने का हवाला देकर शिक्षकों को घुमा रहे हैं।
दुर्ग- भिलाई , 9 नवंबर ।campussamachar.com, छत्तीसगढ़ के पदोन्नति के संशोधन आदेशों को निरस्त होने से अधर में फंसे शिक्षक वर्तमान में जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा उचित मार्गदर्शन न दिये जाने के कारण संशोधित शाला में सेवा देने नहीं जा पा रहे हैं। ऐसे में वर्तमान में उच्च न्यायालय द्वारा जारी दिशानिर्देश से शिक्षकों में एक उम्मीद जगी थी। जिसके अनुसार मुकदमा लड़ रहे सभी शिक्षक आगामी निर्णय आने तक समाधान के संबंध में शासन स्तर पर एक कमेटी बनाई गई है , जो आगामी 45 दिनों में शिक्षकों की समस्याओं को सुनकर अपने स्तर निर्णय लेगी। तब तक शिक्षक संशोधित शाला में ज्वाइन कर सकते हैं। परंतु जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा शासन द्वारा स्पष्ट दिशानिर्देश न होने का हवाला देकर शिक्षकों को घुमाया जा रहा है जबकि इसी अभ्यावेदन की पावती हेतु शिक्षकों पर दबाव भी बनाया जा रहा है। जिससे अधिकारी अपने काम की बात तो समझ रहे हैं , जबकि शिक्षकों के हित की बात न समझने का ढोंग किया जा रहा है।
latest CG education news : संभागीय संयुक्त संचालक, दुर्ग ने तो शिक्षकों से यह कहकर मिलने से मना कर दिया कि शासन के आदेशानुसार आगामी कार्यवाही की जाएगी। जिससे शिक्षक असमंजस में है कि वे शासन के खिलाफ लड़ रहे हैं और इस पर अंतिम निर्णय भी शासन लेगा तो क्या हमें न्याय मिलेगा। इसके अलावा शाला में जॉइनिंग के संबंध में कहा जा रहा है कि शिक्षक पूर्व शाला में जॉइन कर सकते हैं और पूर्व शाला को प्रमोशन के समय मिली शालाओं को कहा जा रहा है।जोकि उनके निवास से 80 से 100 किलोमीटर दूर हैं। इन हालातों में मानसिक प्रताड़ना के दौर से गुजर रहे शिक्षकों के सामने अब वर्तमान में आर्थिक समस्या भी है। उन्हे 2 माह से वेतन भी नहीं मिल रहा है और सामने दिवाली जैसा पर्व है। इस विषय के मार्गदर्शन एवं त्वरित निराकरण हेतु शिक्षक आज 09 नवंबर 2023 गुरुवार को दुर्ग संभागीय संयुक्त संचालक,दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी, बी ई ओ दुर्ग से मिलकर ज्ञापन सौंपा।
cg teachers news : अधिकारियों से भेंट करते समय दुर्ग ब्लाक के शिक्षकों के साथ छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा वर्मा,ब्लाक अध्यक्ष युवराज बेलचंदन के नेतृत्व में संजय चंद्राकर,उत्तम ठाकुर,संजीव मानिकपुरी,खिलेश्वर देशमुख,सतीश चंद्राकर,अविनाश अवस्थी,हफिसुद्दीन,राजेंद्र साहू,राजेन्द्र वहेकर, जागेश्वरी वर्मा,दानेश्वरी साहू, अनिता वर्मा,विभा गुप्ता,ममता महिलांगे, अनुराग श्रीवास्तव, लक्ष्मी नाग, रचना करकशे, इंद्रजीत साहू,पुष्पा साहू, आनंद साहू, राहुल सोनटेके,भारती देशमुख, मोनिका देशमुख, ममता देशमुख, हेमकरण कुर्रे,रितिका देवांगन, ताराचंद, श्वेता तिरपुड़े, हेमलता वर्मा,ललिता कुम्भकार,शशिकांत उईके, उत्तम ठाकुर,रूपचंद बिदानी,सुरेश देशमुख, प्रीति चंद्राकर, मुक्ता सिन्हा, प्रमिला वाल्दे, मोनिका गजेंद्र सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे।