आज तिथि ५१२५/ ०६-०२-३०/ ०७ युगाब्द ५१२५/ भाद्रपद (पूर्णिमांत आश्विन) कृष्ण अमावस्या, शनिवार “सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या, आग्रह व्रत दिवस” शुभ व मंगलमय हो..
युगाब्द (कलियुग) -५१२५
भाद्रपद – छटवां महीना
कृष्ण – दूसरा पक्ष
तिथि – अमावस्या ( ३० वीं )
वार/दिन- शनिवार ( ७ वां वार/दिन)
पितरों को नमन
..वो कल थे तो आज हम हैं
उनके ही तो अंश हम हैं..
जीवन मिला उन्हीं से
उनके कृतज्ञ हम हैं..
सदियों से चलती आयी
श्रंखला की कड़ी हम हैं..
गुण धर्म उनके ही दिये
उनके प्रतीक हम हैं..
रीत रिवाज़ उनके हैं दिये
संस्कारों में उनके हम हैं..
देखा नहीं सब पुरखों को
पर उनके ऋणी तो हम हैं..
पाया बहुत उन्हीं से पर
न जान पाते हम हैं..
दिखते नहीं वो हमको
पर उनकी नज़र में हम हैं..
देते सदा आशीष हमको
धन्य उनसे हम हैं..
खुश होते उन्नति से
दुखी होते अवनति से
देते हमें सहारा
उनकी संतान जो हम हैं..
पितरों को याद कर लें
जिनकी वजह से हम हैं..
आओ नमन कर लें कृतज्ञ हो लें
क्षमा माँग लें आशीष ले लें
पितरों से जो चाहते हमारा भला
उनके जो अंश हम हैं..