आज तिथि ५१२५/ ०६-०२-०६/ ०४ युगाब्द ५१२५/ भाद्रपद (पूर्णिमांत आश्विन) कृष्ण षष्ठी, बुधवार शुभ व मंगलमय हो..
युगाब्द (कलियुग) -५१२५
भाद्रपद – छटवां महीना
कृष्ण – दूसरा पक्ष
तिथि – षष्ठी ( ६ वीं )
वार/दिन- बुधवार ( ४ था वार/दिन)
अंको में तिथि
5125 06 02 06 04
चारि पदारथ करतल ताके ।
प्रिय पितु मातु प्रान सम जाके ।।
✍️ संसार मे हमारी उत्पत्ति/आगमन का श्रेय हमारे माता पिता को जाता है । इसी प्रकार हमारे बच्चों को दुनिया मे लाने का श्रेय पति-पत्नी को जाता है ।
✍️ भागमभाग/व्यस्तता के नाम पर हम अपने माता-पिता, बड़े-बूढ़ों को समय तथा सम्मान नहीँ देते/दे पाते हैं ।
✍️ और यह नहीं सोचते कि ऐसा ही हमारे बच्चे कल हमारे साथ करेंगे, तो हमे कैसा लगेगा ।
✍️ माता-पिता, बड़े-बूढ़ों के आशीर्वाद से हम धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष चारों पर अपना प्रभावशाली नियंत्रण हासिल कर सकते हैं ।
आज तिथि ५१२५/ ०६-०२-०६/ ०४ युगाब्द ५१२५/ भाद्रपद (पूर्णिमांत आश्विन) कृष्ण षष्ठी, बुधवार की पावन मंगलबेला में, माता-पिता, बड़े-बूढ़ों को पर्याप्त समय/सम्मान देने के संकल्प के साथ, नित्य की भाँति आपको मेरा “राम-राम”।
व्यस्त रहेंगे -तो मस्त रहेंगे।
मस्त रहेंगे -तो स्वस्थ रहेंगे।