- आयोजन की विशेषता यह थी कि पर्यावरण में संतुलन बनाये रखने हेतु अभ्यागतों का स्वागत पुष्पगुच्छ के बजाय पौधरोपण हेतु पौध प्रदान कर किया गया।
- उप अंचल प्रमुख अरुण ने बताया कि पीएनबी से नियमित सैलरी लेने वाले प्रत्येक ग्राहक पीएनबी वन एप्प से मात्र चार क्लिक में घर बैठे दस लाख तक व्यक्तिगत ऋण ले सकते हैं।
बिलासपुर/ कोरबा , 11 सितंबर । campussamachar.com, छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उप अंचलप्रमुख पी अरुण राव, मंडल प्रमुख मिलिंद खानखोजे व अन्य अतिथियों ने आज 11 सितंबर’2023 को मेन चौक में पंजाब नैशनल बैंक, उरगा शाखा का लोकार्पण किया। मंत्री जी पंजाब नैशनल बैंक, उरगा के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना करते हुए, हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया हैं।
pnb news : लोकार्पण के शुभ अवसर पर कस्टमर एक्यूजेशन सेल के वरिष्ठ प्रबंधक ललित अग्रवाल, कोरबा शाखा के वरिष्ठ प्रबंधक अमित पांडेय, अभिनव शाक्य, कुलदीप बिंझवार, पी धन शेखरन, प्रणीति मिंज, सुरक्षा प्रबंधक अभिषेक तिवारी, वरिष्ठ प्रबंधक राजभाषा अशरफ अंसारी, अमरेंद्र कुमार मिश्रा, प्रिंस कुमार शाखा प्रमुख अजय तिग्गा, उपप्रबंधक धीरेंद्र कुमार यादव, मुख्य खजांची अजित कुमार भगत, श्याम खिलावन तथा सेवानिवृत वरिष्ठ प्रबंधक रूपरतन सिंह, सुरेंद्र चावड़ा सहित बड़ी सँख्या में सम्मानित ग्राहक व स्टॉफ सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए ललित अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान डिजिटल बैंकिंग के दौर मे सर्वसुविधायुक्त, वातानुकूलित शाखा उरगा में खुलने से सम्पूर्ण क्षेत्र का विकास होगा।
korba news today : मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पंजाब नैशनल (PNB ) के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना करते हुए बताया कि राष्ट्रीयकृत बैंकों की वजह से ही भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती से खड़ी थी। उन्होंने पीएनबी से उरगा के सर्वागीण विकास में कदम से कदम मिलने की अपेक्षा व सहयोग का आश्वासन दिया।
उप अंचल प्रमुख अरुण ने बताया कि पीएनबी से नियमित सैलरी लेने वाले प्रत्येक ग्राहक पीएनबी वन एप्प से मात्र चार क्लिक में घर बैठे दस लाख तक व्यक्तिगत ऋण ले सकते हैं। उन्होंने आम जनता से उपरोक्त लाभ लेने हेतु पीएनबी की नजदीकी शाखा में सम्पर्क करने का आग्रह किया हैं।
12 अप्रेल 1894 को हुई थी बैंक की स्थापना
cgnews today : बिलासपुर मंडल के प्रमुख मिलिंद खानखोजे ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लाला लाजपतराय द्वारा 12 अप्रेल 1894 को भारतीय पूंजी से, भारतीयों द्वारा, भारतीयों के लिए स्थापित प्रथम स्वदेशी बैंक आज विशाल वृक्ष के रूप में विकसित हो गया हैं। पहले ही दिन लगभग 251 लोगों ने बचत खाते खुलवाए। बड़ी सँख्या में चालू खाते व व्यवसायिक ऋण लेने वाले ने अभिरुचि दर्शाई। आयोजन की विशेषता यह थी कि पर्यावरण में संतुलन बनाये रखने हेतु अभ्यागतों का स्वागत पुष्पगुच्छ के बजाय पौधरोपण हेतु पौध प्रदान कर किया गया।