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NEP-2020 लागू होने से विद्यार्थियों को 3 घंटे के स्थान पर 2 घंटे में हल करना होगा प्रश्नपत्र, कुछ और भी खास बातें

NEP-2020

सागर . पं. दीनदयाल उपाध्याय, शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, सागर में मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020(NEP-2020) की जानकारी हेतु शासकीय, अशासकीय एवं अनुदान प्राप्त महाविद्यालयों के लिए जिलास्तरीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्राचार्य/अतिरिक्त संचालक डॉ. जी. एस. रोहित के निर्देशानुसार आयोजित इस कार्यालय के मुख्य बिंदु के रूप में उन नवाचारों को बताया गया जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 से अलग थे।

मास्टर ट्रेनर डॉ. इमराना सिद्धीकी ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) में इस वर्ष प्रथम वर्ष के विद्यार्थी के लिए एक मुख्य विषय (मेजर) एक गौण (माइनर) विषय, एक इलेक्टिव, एक बोकेशनल, एक प्रोजेक्ट तथा आधार पाठ्यक्रम के दो प्रश्न-पत्र होंगे अर्थात 06 विषयों में अध्ययन करना होगा।

डॉ. सिद्धीकी ने बताया कि NEP-2020 में विद्यार्थियों को मुख्य परीक्षा में 3 घंटे के स्थान पर 2 घंटे में प्रश्न-पत्र हल करने होंगे। प्रश्न-पत्र में 3 अतिलघु प्रश्न 9 अंक के, 4 लधु प्रश्न 9 अंक के तथा 2 दीघ्र प्रश्न 15 अंक के पूछे जायेंगे इस प्रकार लिखित प्रश्न-पत्र 75 अंको का होगा साथ ही 25 अंक सीसीई के रूप में रहेंगे अर्थात कुल 100 अंक का प्रश्न-पत्र होगा। आधार पाठ्यक्रम में हिन्दी, अंग्रेजी का एक ही प्रश्न पत्र होगा साथ ही द्वितीय प्रश्न-पत्र कौशल सर्वधन का होगा। NEP-2020 में विद्यार्थी प्रथम वर्ष (40 क्रेडिट) उत्तीर्ण करने पर सर्टिफिकेट, द्वितीय वर्ष (80 क्रेडिट) उत्तीर्ण करने पर डिप्लोमा एवं तृतीय वर्ष (120 क्रेडिट) उत्तीर्ण करने पर डिग्री तथा चतुर्थ वर्ष (160 क्रेडिट) उत्तीर्ण करने पर डिग्री विथ रिसर्च/ऑनर्स का पात्र होगा।

NEP-2020 की मुख्य विशेषता यह है कि विद्यार्थी मेजर एवं माइनर विषय तो अपने संकाय का लेगा लेकिन इलेक्टिव विषय में वह अन्य किसी भी संकाय के विषय महाविद्यालय में उपलब्ध विषयानुसार चयन कर सकता है। विद्यार्थियों को इलेक्टिव विषय में एनसीसी, एनएसएस एवं शारीरिक शिक्षा जैसे विषय भी चुनने की आजादी होगी। डॉ. विनय शर्मा प्राध्यापक-अंग्रेजी ने कार्यशाला के पश्चात् उपस्थित प्राध्यापकों के प्रश्नो के उत्तर दिये।

प्रमुख रूप से पूछे गये प्रश्न-

  1. वोकेशनल एवं परियोजना विषय को पढाने के लिये शिक्षकों की क्या उपलब्धता रहेगी ?
  2. समय-सारणी को बनाने में क्या-क्या कठिनाईयां आ सकती हैं? तथा क्या इकजाई समय-सारणी उपलब्ध हो पायेगी ।
  3. यदि इलेक्टिव विषय को विद्यार्थी बदलना चाहे तो उसकी क्या व्यवस्था होगी ?
    डॉ. विनय शर्मा द्वारा बताये गये उत्तरों सभी संतुष्ट हुये। कार्याशाला का संचालन करते हुये डॉ. अमर कुमार जैन ने बताया कि NEP-2020 में अध्यापन व्यवस्था का मुख्य आधार क्रेडिटबेस सिस्टम होगा जिसमें 1 क्रेडिट 15 घंटे का होगा अर्थात यदि कोई प्रश्न-पत्र 12 क्रेडिट का है तो वर्षभर में उस प्रश्न-पत्र के लिए 180 घंटे समय-सारणी में निर्धारित किये जायेंगे। जिलास्तरीय इस ऑनलाइन कार्यशाला में 100 से अधिक प्रतिभागी सम्मलित हुये।
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