- पूरे प्रदेश में संघर्ष मोर्चा के बन जाने से जहां शिक्षकों की ताकत बढ़ी है वही शिक्षा विभाग के अधिकारी भी बैकफुट पर हैं ।
रायपुर, 14 जुलाई । campussamachar.com, छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आवाहन पर 18 जुलाई 2023 को पूरे प्रदेश में शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहकर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए तैयारी में जुटे हैं । शिक्षक संघर्ष मोर्चा की प्रमुख मांग है कि पूर्व सेवा की गणना कर प्रथम नियुक्ति तिथि से सही वेतन का निर्धारण करते हुए सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को दूर किया जाए और क्रमोन्नति वेतनमान प्रदान की जाए । साथ ही पुरानी पेंशन निर्धारित कर 20 वर्ष की पूर्ण सेवा पर पुरानी पेंशन दी जाए ।
bilaspur news : इन मांग को लेकर विभिन्न शिक्षक संगठनों ने एक संयुक्त संघर्ष मोर्चा बनाकर आंदोलन को धार देने का काम किया है। पूरे प्रदेश में संघर्ष मोर्चा के बन जाने से जहां शिक्षकों की ताकत बढ़ी है वही शिक्षा विभाग के अधिकारी भी बैकफुट पर हैं । अब तक अलग-अलग संगठनों की मांगों को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों का अलग अलग रुख रहता था, लेकिन जब से सभी शिक्षक संगठनों ने मिलकर संघर्ष मोर्चा का गठन किया है, तब से शासन-प्रशासन क्षकों की ताकत के आगे पहले की तरह आक्रामक तेवर नहीं दिखा पा रहा है।
cg news in hindi : अब इस आंदोलन के अगले चरण में 18 जुलाई 2023 को शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहने वाले हैं, इसके लिए सामूहिक अवकाश पर रहने का एक प्रारूप निर्धारित किया गया है , जिसे शिक्षक भरकर अपने प्राचार्य और प्रधान पाठक को देंगे एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि इसके पीछे वजह यह है कानूनी तौर पर अलग-अलग आवेदन करने से न केवल शिक्षकों की समस्याएं बढ़ सकती हैं, बल्कि कुछ अधिकारी भी कानूनी दांवपेच कर उन्हें परेशान कर सकते हैं। इसलिए एक प्रारूप बन जाने शिक्षकों को कोई दिक्कत नहीं होगी।