- आश्चर्य है कि विद्यार्थियों के पास इन कोचिंग संस्थानों की वास्तविक स्थिति की जानकारी करने के लिए कोई पैरामीटर नहीं है
लखनऊ, 6 जून 2023। विद्यार्थियों और अभिभावकों को मेडिकल इंजीनियरिंग और तमाम प्रोफेशनल कोर्सेज में प्रवेश दिलाने की तैयारी करने के नाम पर कई कोचिंग इंस्टीट्यूट बड़े-बड़े लोकलुभावन दावे कर रहे हैं। यह दावे करने वालों गली -कूचे के नहीं देश के कुछ नामी कोचिंग वाले संचालक कर रहे है।
lucknow news : लखनऊ में ही एक ऐसी कोचिंग संस्थान के इन कारनामों को जांच के दायरे में रखते हुए कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, आश्चर्य की बात यह है कि फर्जीवाड़ा करके अपनी लोकप्रियता को शीर्ष पर पहुंचाने और विद्यार्थियों को भ्रम में डालने वाले कोचिंग संस्थान पर लगाए गए आरोप सही साबित हो रहे हैं। इस कोचिंग संस्थान की जांच शुरू हुई है तो पता चला कि एक बड़े मीडिया हाउस में विज्ञापन देकर इस #कोचिंग इंस्टीट्यूट ने यह बताया था कि उनकी #कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़े हुए बड़ी संख्या में विद्यार्थियों का चयन हुआ है, ऐसा करने के पीछे मकसद दिया था कि कोचिंग संस्थान बेहतर परीक्षा की तैयारी कराता है और बच्चों का संबंधित कोर्स में चयन भी हो जाता है , लेकिन हकीकत कुछ और थी और जब शिकायत के बाद जांच शुरू हुई तो यह मामला सही निकला ।
lucknow education news : जानकारी के अनुसार लखनऊ का #कोचिंग इंस्टीट्यूट एक बड़ी कोचिंग की #फ्रेंचाइजी कोचिंग है और यहां विद्यार्थियों से मोटी रकम ली जाती हालांकि इस मामले की शिकायत के बाद यह है प्रकरण उजागर हुआ है लेकिन सच तो यह है बड़े-बड़े अखबारों में दो-दो फुल पेज विज्ञापनों के जरिये बच्चों और पालकों को फंसाया जाता है ।
up news : सच बात तो यह है कि अगर राजधानी के कोचिंग इंस्टीट्यूटस की जांच की जाए तो और भी कई हकीकत सामने आ जाएगी। लेकिन आश्चर्य है कि विद्यार्थियों के पास इन कोचिंग संस्थानों की वास्तविक स्थिति की जानकारी करने के लिए कोई ठोस पैरामीटर नहीं है और सरकार भी के बाद भी ऐसा कोई सिस्टम में है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोक लुभावन विज्ञापनों में कितना दम है ? इस लिए सबसे जरूरी बात यह है विद्यार्थी प्रवेश लेने से पहले खुद इस बात की जांच करें कि वह प्रवेश लेने जा रहे हैं उस कोचिंग संस्थान की सफलता की हकीकत कैसी है ? तभी प्रवेश लेने या न लेने के बारे में फैसला करें तो बाद में पछताना न पड़े।