लखनऊ, 10 मई । campussamachar.com, लखनऊ विश्वविद्यालय संयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा) के पदाधिकारियों ने आज लखनऊ विश्वविद्यालय( lucknow university ) के कुलपति प्रोफेसर आलोक राय से रजिस्ट्रार की ओर से ग्रीष्मकालीन अवकाश को लेकर जारी पत्र पर सख्त एतराज जताया है। लुआक्टा के अध्यक्ष डॉ मनोज पांडे और महामंत्री डॉ अंशु केडिया की ओर से कुलपति को लिखे पत्र लिखा गया है कि लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलसचिव द्वारा ग्रीष्मावकाश से संबंधित जारी पत्र के संदर्भ को ग्रहण करें जिसमें विश्वविद्यालय (lucknow university ) और महाविद्यालयों में 4 जून 2023 से 16 जुलाई 2023 तक का ग्रीष्म अवकाश घोषित किया गया है ।
lucknow news : रजिस्ट्रार के पत्र के आधार पर कक्षाओं के संचालन , परीक्षाओं एवं अन्य प्रशासनिक दायित्वों के निर्वहन के एवज में प्रतिकर अवकाश का उल्लेख किया गया है । ऐसा प्रतीत होता है कि यदि ग्रीष्मकालीन अवकाश ना होता तो रविवार को भी अवकाश ना होता । लुआक्टा नेताओं ने कुलपति से कहा है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा ग्रीष्मकालीन अवकाश महाविद्यालयों में विश्वविद्यालय से 2 सप्ताह अधिक प्रदान किया गया है एवं पूर्व में सदैव विश्व महाविद्यालय के शिक्षकों को 2 सप्ताह ग्रीष्मकालीन अवकाश अधिक प्राप्त होने का आदेश निर्गत होता रहा है। इतना ही नहीं परीक्षाओं के संचालन का कार्य विश्वविद्यालय प्रशासन (lucknow university) का होता है एवं इसमें हुई देर के लिए शिक्षकों का दोष नहीं है , शिक्षकों द्वारा पूर्ण मनोयोग से विश्वविद्यालय प्रशासन का सहयोग किया जाता है।
lucknow university news : लुआक्टा नेताओं के अनुसार विश्वविद्यालय के कार्य संचालन के लिए जारी शासनादेश को उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 धारा 50(6) के द्वारा परिनियम समाहित किया गया है , जिसमें ग्रीष्मकालीन अवकाश की संख्या निर्धारित की गई है एवं यह विश्वविद्यालय (lucknow university ) पर बाध्यकारी है। कुलपति से कहा गया है कि शिक्षकों द्वारा सदैव अवकाश में भी परीक्षाओं के कार्यों का निष्पादन किया गया है एवं शिक्षक सदैव अपने दायित्वों को लेकर सजग रहते हैं।
university news : लुआक्टा नेताओं ने मांग की है कि पूर्व की भांति महाविद्यालय के शिक्षकों को विश्वविद्यालय के शिक्षकों से 2 सप्ताह अधिक अवकाश प्रदान करने का आदेश प्रदान किया जाए। साथ ही ग्रीष्मकालीन अवकाश आदेश को संशोधित करने एवं परिनियम में उल्लिखित ग्रीष्मकालीन अवकाश प्रदान करने का कष्ट करें। लुआक्टा नेताओं के अनुसार पत्र में यह भी कहा है कि ग्रीष्मावकाश में प्रतिकार अवकाश का उल्लेख है प्रतिकर अवकाश को लेकर आने को भ्रांतियां हैं, उसे भी दूर किया जाए।