- 20 दिन बाद डेढ़ लाख पदाधिकारी लेंगे शपथ, राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शपथ ग्रहण में होंगे शामिल: डॉ. संदीप पाठक, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री
रायपुर, 29 अप्रैल । campussamachar.com, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक आज शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इस दौरान शहीद स्मारक भवन में आयोजित समारोह में डॉ. संदीप पाठक लगभग एक हजार नवनियुक्त पदाधिकारियों को शपथ दिलाते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
CG Politics : पदाधिकारियों में जोश भरते हुए उन्होंने कहा कि यह पद आपको गाढ़ी-कमाई से मिला है, लेकिन इसे पूरा न समझे, यह अबतक पूरा नहीं हुआ है। आज लगभग 1 हजार पदाधिकारी शपथ ले रहे हैं। इसके बाद 10 हजार और उसके बाद एक कदम आगे बढ़ाते हुए लाखों पदाधिकारी शपथ लेगें। उन्होंने आगे कहा कि हम सबका एक ही उद्देश्य है सिर्फ सरकार बनाना। हम 10-20 सीट वाले नहीं हैं।
aap news : राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ. संदीप पाठक ने पदाधिकारियों को जीत का मंत्र देते हुए कहा कि तीन चीजें सबसे ज्यादा जरूरी है। पहला- पद मिलने के बाद आपको अहंकार नहीं करना है, दूसरा- मेहनत और तीसरा- कॉन्फिडेंस। हमें कॉन्फिडेंस होना चाहिए कि हम सरकार बना सकते हैं। जिसको स्वयं पर कॉन्फिडेंस नहीं है, जनता उस पर भरोसा कभी नहीं करेगी।
chhattisgarh Politics :डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि दिल्ली में संगठन नहीं था, यहां तक कि वहां बूथ में बैठने वाले भी नहीं थे। लेकिन दिल्ली में सरकार बनी। पंजाब में भी सरकार बनी। गुजराज में लोग कहते थे जीरो सीट, जमानत जब्त होगी। लेकिन रिजल्ट सबके सामने है। उन्होंने कहा कि किसी सरकार को बदलने के लिए 5 साल नहीं चाहिए, बल्कि 5 महीना ही काफी है। अगर अपनी सरकार चाहिए तो मेहनत करना होगा। उन्होंने आगे कहा कि ब्लॉक स्तर पर संगठन बना है। इसके बाद अब सर्कल स्तर पर और फिर गांव की कमेटियों का गठन होगा। 15-20 बाद 7-8 हजार पदाधिकारी शपथ लेगें, उसके 15-20 दिन बाद डेढ़ लाख पदाधिकारी शपथ लेंगे। इस दौरान उन्होंने ऐलान करते हुए कहा कि इस शपथ ग्रहण समारोह में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल जी को लेकर आऊंगा।
raipur news : वहीं दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के प्रति दुख जताते हुए डॉ. संदीप पाठक ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। डॉ. पाठक ने कहा कि उम्मीद करता हूं कि आने वाले समय में कोई भी सरकार हो, इस समस्या का तुरंत निदान निकाले। छत्तीसगढ़ में किसी भी असंतुष्टि के लिए जगह नहीं होनी चाहिए। आदिवासियों को भी अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार मिले और उनका विकास हो।