लखनऊ. चीन की साम्राज्यवादी नीतियों के विरोध और तिब्बत की स्वायत्ता की रक्षा के लिए अब विद्यार्थियों और युवाओं को संगठित करने का प्रयास तेज किया जाएगा। तिब्बत की संस्कृति, आत्मसम्मान और आजादी के लिए भारत तिब्बत संवाद मंच (Bharat Tibet Samvad Manch) ने इसके लिए कार्ययोजना को अंतिम रूप देने के साथ ही चीनी आक्रामकता के खिलाफ अपने जन-जागरण अभियान को भी धार देगा। संगठन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए दक्षिण भारत क्षेत्र के कोर ग्रुप की एक महत्वपूर्ण बैठक सात व आठ अगस्त को हैदराबाद में होने जा रही है।
इस बैठक में दक्षिण भारत के सभी प्रमुख राज्यों की इकाईयों Bharat Tibet Samvad Manch Regional Core Group (South India) के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय शुक्ला ने बताया कि इस मीटिंग के कोआर्डीनेटर पी चंद्रशेखर (P. Chandrashekhar
Meeting Coordinator ) हैं। पी चंद्रशेखर मंच के दक्षिण भारत क्षेत्र के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कह कि मीटिंग में मुख्य अतिथि के रूप में जिग्मे त्सुल्ट्रिम समन्वयक भारत तिब्बत समन्वय केंद्र दिल्ली की उपस्थिति संभावित है।
उन्होंने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में वचुअल मीटिंग्स के माध्यम से जन जागरण का काम चल रहा है और लोगों को बताया जा रहा है कि किस प्रकार से चीन ने पूरे तिब्बत को सुनियोजित तरीके से नष्ट करने में जुटा हुआ है। वहां की संस्कृति को पूरी तरह से मृतप्राय कर दिया गया है और वहां की धार्मिक स्वतंत्रता का भी सरकारीकरण कर दिया गया है।