लखनऊ, 19 अप्रैल । campussamachar.com, लुआक्टा ने शिक्षक हितों के मसीहा पूर्व राज्य मंत्री उच्च शिक्षा शारदा प्रताप शुक्ला के निधन को शिक्षक समुदाय के लिए अत्यंत अपूरणीय क्षति बताया है । शुक्ला 1984, 1989 व 2012 में सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते थे। वे अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। लुआक्टा के अध्यक्ष डा मनोज पांडेय , लुआक्टा महामंत्री डा अंशु केडिया और लुआक्टा कार्यकारिणी ने कहा कि शुक्ल ने अपने छोटे से कार्यकाल में शिक्षक हितों के कई कार्य किये,जिसका शिक्षक समुदाय सदैव ऋणी रहेगा ।
Lucknow news : लुआक्टा के आग्रह पर UGC से परे प्रोन्नति एवं मानदेय शिक्षको का विनियमितीकरण जैसे दुरूह कार्य के अतिरिक्त कई ऐतिहासिक निर्णय लिया। आईएएसके अलावा भी कई बार शिक्षकों की दिक्कतें दूर की। नेताओं ने कहा कि लुआक्टा उनके निधन पर श्रद्धा सुमन अर्पित करती है, एवं ईश्वर से प्रार्थना है कि वे आत्मा की शांति तथा अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे,एवं शोक सन्तप्त परिवार को इस दारूण दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे ।
गौरतलब है कि सरोजनीनगर विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे शारदा प्रताप शुक्ला का मंगलवार को मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। वह 78 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव रहीमनगर-पड़ियाना में किया गया। इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर व सरोजनीनगर विधायक डाॅ. राजेश्वर सिंह ने उनके अंतिम दर्शन कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
शारदा प्रताप शुक्ला का जन्म 11 जनवरी 1945 को रहीमनगर-पड़ियाना गांव में हुआ था। वर्ष 2016 में सपा सरकार में वह प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने। हालांकि कुछ दिन के बाद सपा में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व शिवपाल सिंह यादव के बीच हुए मतभेद के बाद शिवपाल सिंह यादव के खेमें में शामिल हो गये थे।