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Ambedkar Jayanti 2023 : बाबा साहेब एक युग पुरुष – मिलिंद खानखोजे

  • एआईपीएनबीओए बिलासपुर मंडल तथा एसटीएससी वेलफेयर एसोसिएशन ने आयोजित किया कार्यक्रम
  • संगठन के अध्यक्ष गजानन्द राठौर ने बताया कि डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को केवल वंचितों के नेता तक सीमित करना उनकी महानता को कमतर करने के समान हैं।

बिलासपुर, 14 अप्रैल।campussamachar.com, एआईपीएनबीओए बिलासपुर मंडल तथा एसटीएससी वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की 132 वी जयंती ( Ambedkar Jayanti 2023 ) के अवसर पर  पंजाब नेशनल बैंक उसलापुर में आयोजित कार्यक्रम में संगठन के अध्यक्ष गजानन्द राठौर ने बताया कि डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को केवल वंचितों के नेता तक सीमित करना उनकी महानता को कमतर करने के समान हैं। उन्होंने अपने बचपन मे पिताजी द्वारा दिये गए उदाहरण को साझा करते हुए सभी का स्वागत व आभार प्रकट किया।


Ambedkar Jayanti 2023 : एआईपीएनबीओए एवं वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव श्री एमआर कर्मवीर ने बाबासाहेब की जीवनी के बारे में बताते हुए कहा कि बाबासाहेब की अच्छाइयों को बताने के लिए कई दिन कम पड़ेंगे हम उनके आभारी हैं जिन्होंने समानता का सिद्धांत दिया। एससी एसटी वेलफेयर एशोसिएशन के अध्यक्ष  अनूप एक्का ने उनकी जीवनी को विस्तार से बताया।
ललित अग्रवाल ने बताया कि आजादी के पूर्व भारत में वंचित वर्ग के 2 बड़े नेता थे एक बंगाल से जोगेंद्र नाथ मंडल तथा दूसरे महाराष्ट्र से डॉक्टर भीमराव अंबेडकर। इनमें इनमें से केवल डॉक्टर अंबेडकर ही कट्टर हिंदूवादी तथा राष्ट्रवादी नेता थे। जबकि अन्य जोगेंद्र नाथ मंडल अपने अनुयायियों के साथ इस्लाम स्वीकार कर पाकिस्तान चले गए तथा वहां के कानून मंत्री बने लेकिन अपने लोगों के साथ घोर भेदभाव व दोयम दर्जे की नागरिकता से व्यथित होकर अंतिम समय में वापस भारत आने को मजबूर हुए। जबकि बाबासाहेब सदैव हिंदू राष्ट्र के समर्थक रहे तभी तो उन्होंने अपने मूल संविधान में धर्मनिरपेक्षता शब्द नहीं रखा था। जिसे उनके मरणोपरांत बाद में संशोधन कर लाया गया है। तत्कालिक पौराणिको की कुछ कुर्तियों को समाप्त करवाने हेतु ही बाबासाहेब ने अपने अनुयायियों सहित हिंदुत्व की ही अन्य शाखा बौद्ध पंथ को स्वीकार किया। वास्तव में बाबासाहेब समग्र हिंदुत्व के एक अच्छे पथ प्रदर्शक है। हमें उनकी लिखित पुस्तकों का गम्भीर अध्ययन कर उनके बताए मार्ग पर चलते हुए उन्हें वांछित सम्मान देने की नितांत जरूरत हैं।


Ambedkar Jayanti in bilaspur : मंडल प्रमुख मिलिंद खानखोजे ने बताया कि बाबा साहब एक युगपुरुष थे। उपमंडल प्रमुख  श्याम प्रकाश वर्मा ने बताया कि बाबासाहेब 9 भाषाओं के ज्ञाता थे। पीएनपी प्रमुख  सौभाग्य बारीक ने बताया कि अंबेडकर कमेटी की रिपोर्ट पर ही है भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना का निर्णय लिया गया था।

ये रहे उपस्थित

पीडी बारा ने उनके सिद्धांतों पर सदैव चलते रहने का प्राण लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंजाब नेशनल बैंक बिलासपुर मंडल के प्रमुख  मिलिंद खानखोजे, उपमंडल प्रमुख श्री श्याम प्रकाश वर्मा पीएनपी प्रमुख श्री सौभाग्य बारिक संगठन के अध्यक्ष  गजानंद राठौर सचिव एम आर करवीर वेलफेयर के अध्यक्ष  अनुप एक्का, ललित अग्रवाल पीड़ी बारा, ओमी वर्मा, कैलाश विश्वकर्मा, पुष्पक झा, एन डी लहरे, नवलेश कुमार, राधेश्याम धुर्वे, शरद यादव, राजकुमार यादव, अमर सिंह मेश्राम, प्रमोद कुर्रे, विवेक वानरे, अनिता हंसदा, पूजा सहित बड़ी सँख्या में पीएनबीयन, ग्राहक बंधु व आम जनता उपस्थित रही। कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए अविनाश तिग्गा ने गाना सुनाकर कर लोगों का मन मोह लिया। अंत मे भंडारे में सैकड़ो लोगों बाबा साहेब के प्रसाद से तृप्त हुए।

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