लखनऊ, 29 मार्च ।campussamachar.com, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडे गुट ) ने प्रदेश की योगी सरकार का ध्यान आकृष्ट कर प्रदेश के गैर सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में वर्ष 2000 से पूर्व तत्समय समय लागू नियुक्ति प्रक्रिया के तहत नियुक्त अद्यतन अपने संपूर्ण दायित्वों का निर्वहन कर रहे तदर्थ शिक्षकों का बिना किसी शासनादेश जारी हुए विगत 8 महीने से वेतन भुगतान न किए जाने संबंधी मामले पर चिंता व्यक्त की है और संगठन ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तत्काल हस्तक्षेप किए जाने की मांग करते हुए कहा है कि वेतन भुगतान न करने वाले शिक्षा अधिकारियों के द्वारा सरकार की छवि धूमिल की जा रही है ।
संगठन के प्रदेश संगठन मंत्री एवं संगठन प्रवक्ता ओम प्रकाश त्रिपाठी ने यहां जारी अपने बयान में बताया कि इस अति संवेदनशील मामले को लेकर कई चरणों में किए गए संघर्षों के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रस्तुत कर उनसे वेतन भुगतान सुनिश्चित किए जाने की पुरजोर मांग की जाती रही है । अभी विगत दिनों विधान परिषद में भी होली से पूर्व यह मामला उठाया गया और सभापति / पीठासीन अधिकारी द्वारा सरकार को कार्यरत तदर्थ शिक्षकों को वेतन भुगतान सुनिश्चित करने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था। इसके पूर्व भी प्रदेश की शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने भी इस गंभीर प्रकरण से जुड़े मामले पर साफ तौर पर कहा कि सरकार की ओर से वेतन रोकने का कोई आदेश/ निर्देश नहीं है और जो वेतन भुगतान रोकेगा उसके विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही होगी।
संगठन मंत्री त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षा मंत्री के इतने स्पष्ट आदेश और सदन में की गई स्पष्ट घोषणा के बावजूद भी प्रदेश के राजधानी लखनऊ सहित प्रतापगढ़, प्रयागराज सहित अन्य जनपदों में जिला विद्यालय निरीक्षकों (DIOS) द्वारा सदन के आदेश की अवमानना कर 8 महीने से वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है। त्रिपाठी ने बताया कि इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाया जाना अत्यंत अपरिहार्य हो गया है और शिक्षकों को जल्द से जल्द वेतन भुगतान करने की मांग की है ।