- 19 से 21 जनवरी 2023तक चला योग शिविर, बड़ी संख्या में शामिल हुए छात्र, विवि प्रशासन के एस फैसले को सराहा
- अमित जी ने योग में पदम साधना मंत्र योग आदि छात्रों को सिखाया
- इस अवसर पर क्षेत्रीय समन्वयक डा० रेखा त्रिपाठी ने छात्रों को गुरूग्रह पढ़न गये रघुराई, अल्प काल सब विद्या पाई …इस गुरू पूजा के उपलक्ष्य पर रामचरितमानस के इस दोहे के साथ गुरूओं का महत्व बताया।
प्रयागराज. उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज (U.P. Rajarshi Tandon Open University, Prayagraj) के क्षेत्रीय केन्द्र झाँसी में तीन दिवसीय 19 से 21 जनवरी तक योग प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ इस प्रशिक्षण को देने के लिये योग शिक्षक अमित कुमार सिंह प्रयागराज से आये थे। उन्होेने तीन दिन तक योग में पी०जी० डिप्लोमा प्रमाण पत्र कोर्स करने वाले सभी छात्रों को योग सिखाया। सभी छात्र उत्साहपूर्वक शामिल हुए इस अवसर पर अमित जी ने योग में पदम साधना मंत्र योग आदि छात्रों को सिखाया और उन्होने कहा कि आज दुनिया योग के लिये भारत की तरफ देख रही है। दुनिया ने योग का अपनाया। और आज समापन वृन्दावनलाल वर्मा पार्क में हुआ.
UPRTOU news : समापन सत्र में उन्होने गुरू का आवाह्न किया और गुरू पूजा की गयी । अमित जी ने कहा कि गुरू बिना ज्ञान सम्भव नहीं है। अगर परमहंस जैसे गुरू नहीं होते तो हमारे पास स्वामी विवेकानन्द नहीं होते अनेकानेक विभूतियाँ महाराणा प्रताप चन्दगुप्त आदि अपने गुरूओं के मार्गदर्शन से ही इस पुण्य भूमि का गौरव आज भी बढ़ा रहे हैं। जिसमें मंत्रोच्चार के बाद योग साधना की गयी एवं छात्रों ने गुरू को पुष्प फल मिष्ठान आदि अर्पित किया और सामूहिक प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय समन्वयक डा० रेखा त्रिपाठी ने कहा कि ‘‘ गुरूग्रह पढ़न गये रघुराई, अल्प काल सब विद्या पाई इस गुरू पूजा के उपलक्ष्य पर रामचरितमानस के इस दोहे के साथ गुरूओं का महत्व बताते हुये योग के बारे में छात्रों को सम्बोधित किया। डाक्टर त्रिपाठी ने आज की जीवन शैली और जहाँ हम भाग रहे हैं। उसमें न समय पर भोजन न सोना न उठना वहाँ पर योग का महत्व बढ़ जाता है। योग के द्वारा मन की और शरीर के समस्त व्याधियों का निराकरण होता है। इसलिये हमें जीवन में योग को दिनचर्या की भाँति अपनाना होगा।