- बिलासपुर के सीएमडी कालेज में जुटे प्रदेश के प्रख्यात भूगोलवेत्ता
- डॉक्टर पी एल चंद्राकर ने सभी वरिष्ठ जनों का किया स्वागत
बिलासपुर. अंचल के प्रतिष्ठित सीएम दुबे महाविद्यालय बिलासपुर के भूगोल विभाग में छत्तीसगढ़ भूगोल परिषद के संरक्षक प्रोफेसर एच एस गुप्ता के साथ नगर के वरिष्ठ भूगोलवेत्ता ओं का 15 दिसंबर को एक औपचारिक बैठक हुई इस बैठक में डॉ मंजू मित्रा; डॉक्टर जे पी शिवहरे, डॉ विमल पटेल विभाग अध्यक्ष भूगोल डीपी विप्र महाविद्यालय बिलासपुर और डॉक्टर पी एल चंद्राकर विभागाध्यक्ष भूगोल विभाग c.m. दुबे महाविद्यालय बिलासपुर उपस्थित रहे। डॉक्टर पी एल चंद्राकर ने सभी वरिष्ठ भूगोल नेताओं का स्वागत किया।
प्रोफेसर गुप्ता ने बताया कि छत्तीसगढ़ भूगोल परिषद गठन के पश्चात प्रतिवर्ष राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन करके भौगोलिक अध्ययन को तथ्य पूर्ण और अग्रसर करने का निरंतर प्रयास हो रहा है परिषद के बैनर तले आगामी राष्ट्रीय सेमिनार राजधानी रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ महाविद्यालय के भूगोल विभाग में आयोजित होगा जिसमें देशभर के भूगोलवेत्ताओ को आमंत्रित किया जाएगा । उन्होंने बताया कि हमारे परिषद के पास छात्रों ,अध्यापकों, और प्रतियोगी परीक्षार्थियों का पत्र आया है की छत्तीसगढ़ के भौतिक भूगोल पाठ्यक्रम के अंश पर्वत, पहाड़, की ऊंचाई ,स्थिति नाम तथा नदियों के उद्गम, संगम, लंबाई इत्यादि जानकारियों को अलग-अलग किताबों में अलग-अलग और भ्रामक लिखा गया है । यह चिंतनीय विषय है। प्रदेश के भौतिक भूगोल के इन भ्रामक जानकारियों को आगामी राष्ट्रीय सेमिनार में उपस्थित विद्वानों के साथ रणनीति तैयार कर दूर करेंगे जिससे अध्ययन और अध्यापन में हो रही दुविधा दूर होंगे।
इस दौरान डॉ पी एल चंद्राकर ने प्रोफ़ेसर गुप्ता को अपनी स्वरचित नवीनतम पुस्तक प्रायोगिक भूगोल और हमारा गांव हमारा रिश्ता भेंट स्वरूप प्रदान किया। प्रोफेसर गुप्ता ने दोनों पुस्तकों को छात्रों और अध्यापकों के लिए उपयोगी बताया तथा लेखक डॉ चंद्राकर का सराहना किया