लखनऊ. पुरानी पेंशन की बहाली और निजीकरण के खिलाफ अटेवा (ATEWA) के पदाधिकारी लगातार आंदोलित हैं और अधिक से अधिक समर्थन जुटाने के लिए प्रयासरत हैं। अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार ‘बंधु’ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने तृणमूल कांग्रेस (TMC)के राज्यसभा सांसद व पार्टी के राज्यसभा में मुख्य सचेतक सुखेंदु शेखर रॉय लखनऊ स्थित तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में मुलाकात की। उन्हें पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को पार्टी के एजेंडे में रखने व संसद के अंदर मुद्दे को उठाये जाने की माँग का ज्ञापन सौंपा।
टीएमसी नेता को प्रतिनिधि मंडल ने बताया की 1 जनवरी 2004 से केंद्र सरकार की नौकरियों में व 1 अप्रैल 2005 से जो पुरानी पेंशन व्यवस्था समाप्त कर दी गयी, व उसके स्थान पर नई अंशदायी पेंशन योजना लागू की गई है। यह व्यवस्था कर्मचारियों के लिए शोषणकारी व्यवस्था है। इसलिए पुरानी पेंशन व्यवस्था को पुन: बहाल किया जाना चाहिए। आप व आपकी पार्टी की ओर से बात सरकार तक पहुंचे इसकी मांग की।
अटेवा (ATEWA) उत्तर प्रदेश के मीडिया डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि टीएमसी नेता ने प्रतिनिधि मण्डल की बात को ध्यानपूर्वक सुना और मुद्दे को हर सम्भव मंच पर उठाने का भरोसा दिलाया। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नीरज राय ने शिक्षकों कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल किये जाने का समर्थन किया। अटेवा के अध्यक्ष विजय कुमार ‘बन्धु’ ने कहा की पश्चिम बंगाल ही ऐसा प्रदेश है जहां आज भी पुरानी पेंशन यथावत जारी है, जिसे पूरे देश के शिक्षक/ कर्मचारियों के लिए लागू किया जाए। उत्तर प्रदेश के 13 लाख सहित देश के 70 लाख शिक्षक, अधिकारियों व कर्मचारी इस नयी शोषणकारी पेंशन व्यवस्था के अंतर्गत आते है। अगर पुरानी पेंशन बहाल होती है तो देश में करोड़ों लोगों तक इसका सीधा असर पड़ेगा।
अटेवा के महामंत्री डॉ नीरज पति त्रिपाठी ने कहा पूरा जीवन कर्मचारी देश व समाज की सेवा करता है और जब उसे जरूरत होती है तो उसे प्राइवेट कम्पनियों के रहमोकरम पर छोड़ दिया जाता है, जो उचित नहीं है। इसलिए पुरानी पेंशन बहाल होनी चाहिए। डॉ. कुमार ने बताया कि इस प्रतिनिधि मण्डल में अटेवा के कोषाध्यक्ष विक्रमादित्य मौर्य, , मीडिया प्रभारी डॉ राजेश कुमार, संगठन मंत्री रजत प्रकाश, जी. एस. टी. संघ के प्रदेश महामंत्री जे. पी. मौर्या, उत्तर प्रदेश डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री श्रवण सचान आदि मुख्य रूप से शामिल थे। उन्होंने बताया कि आंदोलन मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा।