- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की राज्य कायर्कारिणी की बैठक में लिया गया
- संघ के अध्यक्ष एवं विधान परिषद में नेता शिक्षक दल सुरेश कुमार त्रिपाठी एम0एल0सी0 की अध्यक्षता मेंहुई बैठक
लखनऊ : 09 अक्टूबर.शिक्षकों के करोड़ों रूपये के बकाया अवशेषों के भुगतान, तदर्थ शिक्षकों के वेतन भुगतान, एन0पी0एस0 के शिक्षकों के खाते में राज्यांश और ब्याज की धनराशि जमा कर उन्हें अपडेट कराने, बोर्ड परीक्षा 2018, 2019 एवं 2020 के पारिश्रमिक के बकाया भुगतान आदि मांगो को लेकर आगामी दि0 17 नवम्बर, 2022 को प्रयागराज स्थित शिक्षा निदेशालय पर धरना होगा।
यह निर्णय आज उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष एवं विधान परिषद में नेता शिक्षक दल सुरेश कुमार त्रिपाठी एम0एल0सी0 की अध्यक्षता में सेन्टीनियल इण्टर कालेज, गोलागंज, लखनऊ के सभागार में आहूत राज्य कायर्कारिणी की बैठक में लिया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुये प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि सरकार शिक्षक समस्याओं के निराकरण पर ध्यान नहीं दे रही है। पूर्व में प्रदेश के शिक्षकों ने 25 अगस्त, 2022 को लखनऊ स्थित शिक्षा निदेशक के कायार्लय पर धरना देकर शिक्षा निदेशक को मांगपत्र दिया था किन्तु आज तक कोई कायर्वाही नहीं हुई है जिससे हमें संघर्ष के लिये बाध्य होना पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता डा0 आर0पी0मिश्र ने बताया कि बैठक में केन्द्रीय कायार्लय में सदस्यता जमा करने की अन्तिम तिथि 31 अक्टूबर, 2022, विद्यालय इकाईयों के निवार्चन की अन्तिम तिथि 30 नवम्बर, 2022 तथा जनपदीय निवार्चन की अन्तिम तिथि 31 दिसम्बर, 2022 निर्धारित की गई है। यह भी निणर्य लिया गया है विगत वर्ष में निवार्चन न कराने वाले जनपदों में तदर्थ समिति का गठन किया जायेगा।
आज की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष एवं विधान परिषद के नेता शिक्षक द्वारा सुरेश कुमार त्रिपाठी, एम0एल0सी0, शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी एम0एल0सी0, हेम सिंह पुण्डीर पूर्व एम0एल0सी0, जगवीर किशोर जैन, पूर्व एम0एल0सी0, इन्द्रासन सिंह महामंत्री, सुभाष चन्द्र शर्मा कोषाध्यक्ष, महेश चन्द्र शर्मा उपाध्यक्ष, डा0 आर0पी0मिश्र प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता, हेमराज गौर प्रदेशीय मंत्री, नरेन्द्र कुमार वर्मा प्रदेशीय मंत्री, रेखा शर्मा प्रदेशीय मंत्री, धरमवीर सिंह प्रदेशीय उपाध्यक्ष के साथ लखनऊ के जिलाध्यक्ष डा0 आर0के0त्रिवेदी के अतिरिक्त राज्य कायर्कारिणी के प्रदेशीय एवं मण्डलीय पदाधिकारी तथा सदस्यगण उपस्थित थे।