- डॉ.आरपी मिश्र ने कहा कि संस्था में सहन नहीं होगा भ्रष्टाचार
- अनियमितता व राशि के दुरुपयोग के आरोपों से घिरे आयुक्त प्रभात कुमार
- प्रादेशिक आयुक्त स्काउट राजेश मिश्र पर भी कई गंभीर आरोप
लखनऊ.24 जुलाई. उत्तर प्रदेश भारत स्काउट और गाइड के अध्यक्ष एवं पूर्व जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह, ने प्रादेशिक संस्था के 6 पदाधिकारियों के शिकायती पत्र का संज्ञान लेते हुए प्रादेशिक आयुक्त डॉ. प्रभात कुमार द्वारा बिना कार्यकारिणी की स्वीकृति लिए गए अनियमित निर्णयों पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है तथा शीघ्र कार्यकारिणी की बैठक बुलाने के आदेश दिए है। इसी के साथ अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र सिंह ने प्रादेशिक आयुकत राजेश मिश्र के विरूद्व स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इन्डिया में करोडो की हेराफेरी करने की शिकायत पर भी प्रादेशिक मुख्यायुक्त को जॉच कर आख्या प्रेषित किए जाने के आदेश दिए है।
उत्तर प्रदेश भारत स्काउट और गाइड के प्रादेशिक उपाध्यक्ष डॉ. आरपी मिश्र ने बताया कि राज्य सरकार में विभिन्न पदों पर रहे प्रादेशिक मुख्यायुक्त डॉ. प्रभात कुमार वर्तमान में स्काउट/गाइड संस्था के भृष्ट अधिकारियों से घिरे हुए है जो अनियमित कार्यो के लिए प्रेरित करते है। डॉ. प्रभात कुमार के विशेष सहयोगी प्रादेशिक आयुक्त स्काउट राजेश मिश्र ने स्कूल गेम्स आफ इण्डिया के सचिव रहते हुए करोडों रूपये का फर्जीवाड़ा किया है, जिसमें इनके विरूद्व पुलिस में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। दूसरे सहयोगी प्रादेशिक प्रशिक्षण आयुक्त अरिवन्द कुमार श्रीवास्तव हैं, जिनके विरूद्व संस्था के प्रादेशिक कोषाध्यक्ष ने जॉच में आपदा प्रबन्धन कोर्स में वित्तीय अनियमिता का दोषी पाया था किन्तु मुख्यायुक्त डॉ. प्रभात कुमार द्वारा उस जॉच रिपार्ट को ठन्ठे बस्ते में डाल दिया गया है।
डॉ.मिश्र का आरोप धन का हो रहा दुरुपयोग
प्रादेशिक उपाध्यक्ष डा0 आर0पी0मिश्र ने बताया कि स्काउट/गाइड संस्था द्वारा अत्यधिक गरीब छात्रों सहित अन्य छात्रों से लिए जाने वाले शुल्क का मुख्यायुक्त द्वारा दुरूप्रयोग किया जा रहा है। मुख्यायुक्त डॉ. प्रभात कुमार द्वारा कार्यकारिणी की बिना स्वीकृति लिए निजी उपयोग हेतु लगभग 25 लाख की कार खरीदी गई और नोएडा से लखनऊ आने/जाने, आवास एवं ड्राइवर, डीजल आदि पर लगभग 40 हजार रूपये प्रतिमाह व्यय किया जा रहा है, जबकि इसके पूर्व कभी भी किसी मुख्यायुक्त ने निजी उपयोग के लिए स्काउट/गाइड संस्था की कोई धनराशि नही व्यय की है।
सदस्यता के नाम पर जबरिया लिए जा रहे 5००० रुपए
डॉ. मिश्र ने बताया कि स्काउट/गाइड के राष्ट्रीय नियमों में 24 नवम्बर, 2019 से प्रादेशिक स्तर पर आजीवन सदस्यता पर रोक लगा दी गई है किन्तु इस के बावजूद भय दिखा कर प्रादेशिक स्तर पर जबरिया 5000/-रूपये आजीवन सदस्यता जमा कराई जा रही है। आश्चर्य है कि प्रादेशिक आयुक्त डॉ. प्रभात कुमार द्वारा कार्यकारिणी के स्थान पर भृष्ट सहयोगी अधिकारियों राजेश मिश्र एवं अरविन्द कुमार श्रीवास्तव की सलाह पर अनेक अनियमित निर्णय लिए जा रहे है। सस्ंथा अपने मूल उददेश्य से भटक गई है। विद्यालय स्तर पर स्काउट/गाइड गतिविधियों
लगभग समाप्त हो गई है।
इन पदाधिकारियों ने की थी शिकायत
प्रादेशिक अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र सिंह को 14 सूत्रीय शिकायती पत्र सहायक प्रादेशिक आयुक्त संतोष कुमार दीक्षित, लीडर ट्रेनर प्रतिनिधि लक्ष्मी कान्त शुक्ल, सदस्य प्रादेशिक कार्यकारिणी श्री निवास शुक्ल, सहायक प्रादेशिक आयुक्त टीपी सिंह, लीडर ट्रेनर निर्मला देवी एवं प्रादेशिक उपाध्यक्ष डॉ.आरपी मिश्र द्वारा प्रेषित किया गया है। प्रादेशिक उपाध्यक्ष डा0 मिश्र ने बताया कि यदि प्रादेशिक अध्यक्ष के आदेशों का पालन मुख्यायुक्त डा0 प्रभात कुमार द्वारा नही किया जाता तो शीघ्र ही प्रदेश व्यापी संघर्ष शुरू किया जाएगा।