खबर का सार
लंबे समय से शिक्षा माफि याओं के खिलाफ सेंटीनियल इंटर कॉलेज और क्रिश्चियन कॉलेज के मुद्दे पर आंदोलित माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री व प्रवक्ता डॉ.आरपी मिश्र और उनकी टीम को बड़ी सफलता मिली है। जांच पड़ताल के बाद सरकार ने इस प्रकरण में लखनऊ के बीएसए विजय प्रताप सिंह, तत्कालीन एडी बेसिक पीएन सिंह (वर्तमान में जिला विद्यालय निरीक्षक प्रयागराज) और डिप्टी रजिस्ट्रार विनय श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। जांच में इन अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध मिलने पर शासन ने इतनी बड़ी कार्रवाई की है।
लखनऊ : 14 जुलाई. लखनऊ. लंबे समय से शिक्षा माफि याओं के खिलाफ सेंटीनियल इंटर कॉलेज और क्रिश्चियन कॉलेज के मुद्दे पर आंदोलित माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री व प्रवक्ता डॉ.आरपी मिश्र और उनकी टीम को बड़ी सफलता मिली है। जांच पड़ताल के बाद सरकार ने इस प्रकरण में लखनऊ के बीएसए विजय प्रताप सिंह, तत्कालीन एडी बेसिक पीएन सिंह और डिप्टी रजिस्ट्रार विनय श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। जांच में इन अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध मिलने पर शासन ने इतनी बड़ी कार्रवाई की है।
इस कार्रवाई को लखनऊ के शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। वजह साफ है कि माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रवक्ता डॉ.आरपी मिश्र ने सबसे पहले इन्हीं अधिकारियों को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की लेकिन एक नहीं सुनी और अधिकारी मनमानी करते रहे। इसके बाद डॉ.आरपी मिश्र को आंदोलन की राह पकडऩी पड़ी और इसमें सेंटीनियल पर कब्जा करने वालों के खिलाफ स्कूल गेट पर प्रेस कांफ्रेंस तक करनी पड़़ी। एकजुट शिक्षकों ने कॉलेज गेट पर ही क्लास ली। इसके बाद शासन स्तर से तेजी दिखाई फिर भी स्थानीय अधिकारी मामले को दबाने में जुटे रहे लेकिन माध्यमिक शिक्षक संघ की साख ने इतने बड़े आंदोलन को खड़ा करके कार्रवाई के लिए शासन को मजबूर कर दिया।
यह है पूरा प्रकरण
उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता डा0 आर0पी0 मिश्र, जिलाध्यक्ष डा0 आर0के0 त्रिवेदी एवं जिला मंत्री महेश चन्द्र ने बताया कि र्णिमा रिसाल सिंह एवं उनके गिरोह द्वारा डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म्स, सोसाइटीज एण्ड चिट्स की मिली भगत से कूट रचित दस्तावेजो के आधार पर लखनऊ क्रिश्चियन कालेज ÐhUतथा सेंटीनियल इण्टर कालेज आदि की हजारों करोड रूपये की सम्पत्ति भूमि एवं भवन पर कब्जा करने सम्बन्धी शिकायत पर मा0 मुख्यमंत्री द्वारा मण्डलायुक्त को जांच किए जाने के आदेश दिए गए थे।
शिक्षक नेताओं ने ´बताया कैसे शिक्षा माफियाओं के खिलाफ चलाया अभियान
शिक्षक नेताओं ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री के निर्देश पर मण्डलायुक्त, लखनऊ द्वारा दि0 14 अक्टूबर, 2021 को संयुक्त षिक्षा निदेशक सुरेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में उप-शिक्षा निदेशक विभा मिश्रा एवं सह जिला विद्यालय निरीक्षक आंग्ल भाषा रीता सिंह की गठित तीन सदस्यीय जॉच समिति ने दिनांक 08.03.2022 की जॉच आख्या मण्डलायुक्त को प्रेषित की थी। जन सूचना के अन्तर्गत प्राप्त जांच रिपोर्ट में डिप्टी रजिस्ट्रार और अर्णिमा रिसाल सिंह तथा उनके गिरोह के लोगों को दोषी पाया गया है। रिपार्ट पर कार्यवाही की मांग को लेकर जिला संगठन द्वारा दिनांक 21 अप्रैल, 2022 को शहीद स्मारक स्थल से मण्डलायुक्त कार्यालय तक शान्ति मार्च निकाला गया था तथा दिनांक 12 मई, 2022 को परिवर्तन चौक, हजरतगंज स्थित सुभाष पार्क में दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम कर पीड़ा व्यक्त की गई थी। मण्डलायुक्त द्वारा दिनांक 13 जून, 2022 को जांच आख्या को मा0 मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया था। जांच आख्या के परीक्षणोपरान्त मा0 मुख्यमंत्री के आदेश पर एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री ने दिनांक 27 जून को अपर मुख्य सचिव, वित को पत्र जारी कर एक पक्ष में दोषी व्यक्तियों के विरूद्व कठोरतम कार्यवाही तथा अनियमितता ठीक कराने की अपेक्षा की है।
बड़ा सवाल : माफियाओं पर बुल्डोजर किन्तु आश्चर्य कि राजधानी में शिक्षा माफिया बेखौफ घूम रहे
शिक्षक नेताओं ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश में माफियाओं पर बुल्डोजर चलाए जा रहे हैं किन्तु आश्चर्य कि प्रदेश की राजधानी में शिक्षा माफिया बेखौफ घूम रहे है और मा0 मुख्यमंत्री के निर्देश पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है जिससे राजधानी लखनऊ के शिक्षक आक्रोशित हैं और कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। जिला संगठन ने निर्णय लिया है कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार तत्काल कार्यवाही नही होती है तो जिला संगठन आन्दोलनात्मक कदम उठाने के लिए वाध्य होगा।