✍ इस संसार मे जन्म लेने वाले प्रत्येक प्राणी के शरीर की मौत निश्चित है ।
✍ यह सबको पता भी है, परन्तु अपवाद छोड़कर, कोई भी मरना नहीं चाहता ।
✍सबको यह भी पता है कि धन, यौवन, संपत्ति, जमीन कुछ भी नहीं रहता। सभी क्षणिक एंव नाशवान हैं ।परन्तु जो रह जाता है वह है केवल यश ।
✍️ यश यानी यदि आपने किसी के प्रति भलाई की है, तो आपको मौके-बेमौके याद कर ईश्वर से आपके भले के लिए प्रार्थना करता है । यही जीवन की सच्ची कमाई है ।
आज की तिथि 5124 / 03-01-15/ 03 युगाब्द 5124 / ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा / मंगलवार वट पूर्णिमा एवं संत कबीर जयंती की पावन मंगल बेला में, दूसरों की भलाई का प्रयास लगातार जारी रखने के संकल्प के साथ, नित्य की भाँति, आपको मेरा “राम-राम” ।