बिलासपुर. शहर के सीएमडी पोस्ट ग्रैजुएट कॉलेज में वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ( 22 मार्च ) के प्रथम दिवस का शुभारंभ हुआ उक्त कार्यक्रम में प्रतिभागी द्वारा मनमोहक नृत्य एवं मधुर संगीत प्रस्तुत की गई. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पारुल माथुर पुलिस अधीक्षक बिलासपुर उपस्थित थे.
पारुल माथुर पुलिस अधीक्षक बिलासपुर एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे समाजसेवी एसपी चतुर्वेदी एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रशासक की समिति के अध्यक्ष संजय दुबे ने किया . इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुभारंभ किया गया इसके पश्चात अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत भी किया गया एवं एवं स्मृति चिन्ह एवं पौधे भी अतिथियों को भेंट की गई प्रशिक्षणार्थियों के द्वारा सरस्वती वंदना एवं गणेश वंदना के साथ-साथ स्वागत गीत भी प्रस्तुत की गई .
अपने उद्बोधन में पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर शुरुआती उद्बोधन में अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा शैक्षणिक गतिविधियों की तरह सांस्कृतिक गतिविधियां भी जीवन में उन्नति की एवं व्यक्तित्व विकास में सहायक है इसी तरह जिंदगी में सफल बनना है तो हौसला हमेशा बुलंदियों पर होना चाहिए उन्होंने विद्यार्थियों को मनमोहक प्रस्तुति हेतु एवं सामाजिक विषयों पर चित्राअंकित रंगोलियां को देख के बच्चों की प्रशंसा भी किए और सभी बच्चों को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रदान किए .
विशिष्ट समाजसेवी एसपी चतुर्वेदी ने कहा कि मैं बहुत लंबे समय से सीएमडी महाविद्यालय से जुड़ा हुआ हूं और मैंने पाया है कि इस महाविद्यालय से बहुत से ऐसे छात्र निकले हैं जिन्होंने न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि पूरे देश में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत होकर अपने राज्य तथा देश का नाम रोशन किया है उन्होंने बताया कि महाविद्यालय जीवन बहुत ही महत्वपूर्ण जीवन होता है और इस महत्वपूर्ण क्षण का हमें बड़ी समझदारी से उपयोग कर अपने भविष्य को उज्जवल बनाने का प्रयास करना चाहिए।
मंच पर उपस्थित महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ संजय सिंह ने कहा भारत की संस्कृति अपनी कलाओं में ही दिखती है जिसके लिए संस्थाओं में इस तरह की प्रतियोगिताओं आयोजन करना बहुत ही जरूरी है जिससे कि संस्कृतिक धरोहर एक पीढ़ी से अगली पीढ़ी तक पहुंच सके. सरस्वती वंदना उषा बनर्जी मधु कुर्रे एवं साथी स्वागत गीत प्रतिमा नम्रता ईश्वरी एवं साथी गणेश वंदना मल्लिका एवं साथी छत्तीसगढ़ी लोकगीत नृत्य प्रियंका अविनाश पुनीत एवं साथी गुजराती लोक नृत्य शिवानी आकांक्षा मनीषा सीमा एवं साथी पंजाबी भांगड़ा गरिमा मनीषा प्रिया अफसाना एवं साथी द्वारा प्रस्तुत की गई है . बच्चों में बहुत ज्यादा उत्साह था सामाजिक संदेश के साथ ओ रे चिरैया नृत्य प्रस्तुत की गई रितिका मल्लिका प्रतिमा द्वारा इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्रशिक्षणार्थी एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक गण राजकुमार पंडा नीलू कश्यप अंकिता शर्मा वत्सला तिवारी गुलाब शुक्ला प्रीति पटेल सोनिल मिश्रा प्रशांत गुप्ता आदि के साथ कर्मचारी गण भी उपस्थित थे मंच संचालन अपर्णा एवं संगीता ताम्रकार द्वारा किया गया.