कोरबा. छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा कोरबा इकाई द्वारा स्याहीमुड़ी में महिला दिवस का आयोजन किया गया । इस साल विज्ञान सभा द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उन महिलाओं को चिह्नित किया गया जमीनी स्तर पर कार्य कर रही है ।
११ महिला समूहों से की गई बात
रामनगर स्याहीमुड़ी के 11 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत की गयी और जनसामान्य में महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याएं, महिलाओं के सशक्तिकरण,प्रौढ़ शिक्षा एवं अपने सम्मान की लड़ाई हेतु वह कौन सी संस्थाओं से संपर्क कर सकते हैं और प्रक्रिया क्या है इस सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।
डॉ.फरहाना अली ने दिया संबोधन
कार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ फरहाना अली द्वारा महिलाओं को पढऩे के लिए प्रेरणा दी गई । उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए बताया कि उन्होंने भी हाल ही में एमबीए की डिग्री प्राप्त की है किस उम्र में और किस प्रकार की शिक्षा प्राप्त कर सकती है और शिक्षा का महिलाओं के जीवन में क्या महत्व है इस सम्बन्ध में उन्होंने सभी महिलाओं को जानकारी दी । डॉ फहराना अली ने कहा कि कोविड काल में मितानिन जानिए किस मिट्टी की बनी है कि उन्होंने जिस समय कोई बाहर भी नहीं निकलना चाहता था बाहर निकल कर लोगों को अपनी सेवा दी। मितानिन महिलाओं की सच्चे मित्र होती है।
डॉ.रेणु कौशिक ने समस्याओं पर की चर्चा
कार्यक्रम में उपस्थित डॉ रेणु कौशिक ने महिलाओं को अपनी समस्याओं को खुलकर बताने पर जोर दिया उन्होंने कहा अपनी समस्याओं को बताने की हिम्मत जुटाये साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें परिवार नियोजन के सम्बन्ध में सजग रहें गर्भधारण करना महिला का अधिकार है और कितनी बार गर्भधारण करना है ये भी महिला का ही अधिकार है ।बेटा बेटी का फर्क न करें ।उन्होंने महिलाओं को बताया कि महिलाओं को मानसिक शारीरिक दोनों ही रूप से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए तभी वह अपने दायित्वों और ज़िम्मेदारियों के साथ अपना सुचारू रूप से ख्याल रख पाएंगी ।
निधि सिंह ने की ये अपील
निधि सिंह द्वारा महिलाओं से अपील की गई कि वह आपसी एकता को बनाए रखें फिर चाहे वह पारिवारिक समस्याएं हों या कार्यस्थल में हुए जाने वाला दुव्र्यवहार हो । अपने साथ हो रहे गलत व्यवहार को कभी बर्दाश्त न करें अपना आत्मविश्वास बनाए रखें और मुखर होकर बोले और उसका सामना करें । यदि महिलाएं शिक्षित होंगी आर्थिक रूप से स्वाविलम्बी होंगी तो अपने निर्णय वह स्वयं ले सकने में सक्षम बनेंगी ।
तीन मितानिनों का हुआ विशेष सम्मान
कार्यक्रम में क्षेत्र में रामनगर स्याहीमुड़ी की 3 मितानिन सुमित्रा मानिकपुरी, प्रमिला कुशवाहा और नंदिनी विश्वकर्मा का विशेष सम्मान किया गया । इस साल के अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की मूल वाक्य जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो’ है और कार्यक्रम में महिलाओं को इस बात के लिए जागरूक किया गया कि वह स्वयं को पुरुषों से किसी भी तरह कमतर न अंाके। कार्यक्रम को सफल बनाने में रामनगर की रमा श्रीवास, हंसिता का विशेष योगदान रहा ।