केन्द्रीय विश्वविद्यालय और छह संस्थानों के बीच हुआ एमओयू
बिलासपुर. गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) कोई साधारण विश्वविद्यालय नहीं बल्कि यह अकादमिक क्षेत्र में शिक्षा की आभा को प्रसारित करने वाले विश्वविद्यालय है।
यह वक्तव्य Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने छह उल्लेखनीय संस्थानों के साथ हुए एमओयू कार्यक्रम के दौरान दिया। 16 दिसंबर को प्रशासनिक भवन के सभाकक्ष में आयोजित एमओयू कार्यक्रम में अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. टी.वी. अर्जुनन ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) की अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी विद्यापीठ के इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट इंटरेक्शन प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित समझौता ज्ञापन कार्यक्रम में निम्नलिखित संस्थानों के साथ एमओयू किया गया।
1. सीपेट-आईपीटी रायपुर- डॉ. विशाल वर्मा प्रबंधक मैकेनिकल एवं अशोक कुमार शर्मा तकनीकी अधिकारी।
2. मैकेनिकल एमएसएमई टेकनालॉजी सेंटर दुर्ग- आर.के. तांडेकर उप महाप्रबंधन, जे.के. मोहंती वरिष्ठ प्रबंधक प्रशिक्षण एवं अभिनव दास प्रबंधक।
3. ए2 एनवायरमेंट रायपुर- अमित खरे निदेशक एवं इंजीनियरर सतीश यादव प्रोजेक्ट इंजीनियर।
4.पीडब्ल्यूडी नेशनल हाइवे डिविजन बिलासपुर- ममता पटेल एक्सीक्यूटिव इंजीनियर।
5. बी-इनक्लूड इंक्यूबेशन सेंटर बिलासपुर- पारितोष गोयल सीईओ एवं विष्णु वैभव द्विवेदी प्रमुख ऑपरेशंस।
6. स्मार्ट ब्रिज एजुकेशनल सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद- नरसिंल्लू मारेपल्ली वरिष्ठ प्रबंधक एवं जय प्रकाश नेहता प्रोग्राम मैनेजर हैदराबाद से ऑनलाइन माध्यम से जुड़े व एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में छह संस्थानों से समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर होने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि भारत विशाल देश है जिसकी अपनी तरह की चुनौतियां है। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें और अधिक अर्थपूर्ण एवं समकालीन शिक्षा व्यवस्था की आवश्यकता है जिसकी पूर्ति राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 करती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में पाठ्यक्रम को अधिक प्रायोगिक बनाने के साथ उद्योगों एवं उद्यमिता के आधार पर निर्मित किया गया है। यह शिक्षकों का नैतिक दायित्व है कि वे छात्र-छात्राओं को राष्ट्र निर्माण के मूलभूत दायित्व का बोध कराते हुए उन्हें हर चुनौती का सामना करने के योग्य बनायें।
कार्यक्रम के अंत में Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन एवं संचालन गणेश शुक्ला सहायक प्राध्यापक इंडस्ट्रीयल एंड प्रोडक्शन इंजीनियरिंग विभाग ने किया। कार्यक्रम में विशेष कर्तव्यस्थ अतिथि विकास विभाग, विश्वविद्यालय के इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट इंटरेक्शन सेल के सभी सदस्य, अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी विद्यापीठ के समस्त विभागों के विभागाध्यक्षगण तथा शिक्षकगण उपस्थित रहे।
यूजी की कक्षाएं 04 जनवरी के बाद भी ऑनलाइन जारी रहेंगी
विद्यापरिषद की स्थायी समिति की बैठक 13 दिसंबर में Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) परिसर में विद्यार्थियों की ऑफलाइन कक्षाएं चलाने एवं विद्यार्थियों के अंदर आने की अनुमति संबंधी जारी दिशा-निर्देशों पर पुनर्विचार किया गया एवं निर्णय लिया गया। लिये गये निर्णय के परिपालन में निम्नानुसार दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं-
1. पीजी स्तर के पाठ्यक्रमों की कक्षाएं यथावत ऑफ लाइन संचालित की जायेंगी एवं स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों की ऑफलाइन कक्षाएं प्रारंभ किये जाने संबंधी प्रक्रिया को आगामी आदेश तक स्थगित रखा जाएगा।
2. दिनांक 04 जनवरी, 2021 से प्रारंभ होने वाली स्नातक स्तर के ऑफलाइन कक्षाओं की आगामी आदेश तक प्रारंभ नहीं किया जाएगा एवं कक्षाएं ऑनलाइन ही संचालित की जायेंगी।