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GGU news : डॉ. अंबेडकर के सपने वर्तमान में सच हो रहे हैं : VC प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल

डॉ. अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल

बिलासपुर. गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, C.G.) में 06 दिसंबर को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम का हुआ। इसके मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. निर्मल कुमार शुक्ला और विशिष्ट अतिथि बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने की।

सबसे पहले अतिथियों द्वारा परिसर स्थित डॉ. बी.आर. अंबेडकर जी की भव्य प्रतिमा पर पूजा अर्चना कर पुष्प अर्पित किये। इसके बाद रजत जयंती सभागार में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर मां सरस्वती एवं बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के तैल चित्र पर पुष्पअर्पित किये गये । तत्पश्चात नन्हें पौधे से मंचस्थ अतिथियों का स्वागत किया गया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. एम.एन. त्रिपाठी ने स्वागत उद्बोधन दिया।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) कुलपति प्रोफेसर एके चक्रवाल ने भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 65वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर ने हम सभी को देश को एक माला में पिरोए रखने वाले यशस्वी संविधान दिया है। अपना संपूर्ण जीवन उन्होंने सामाजिक समानता और न्याय के लिये समर्पित किया, तथा देश और समाज के प्रति अपने दायित्वों को पूरी निष्ठा से निभाया।

श्रेय डॉ. भीमराव अंवेडकर को
आजादी के बाद अनेक देशों में कई बार सैनिक विद्रोह हुए लेकिन भारत में ऐसा कभी नहीं हुआ। इसका पूरा श्रेय डॉ. भीमराव अंवेडकर को जाता है, जिन्होंने ऐसा संविधान बनाया जिसमें न्यायपालिका, कार्यपालिका एवं व्यवस्थापिका में बेहतर संतुलन है। ऐसा संतुलन विश्व के अन्य किसी देश में देखने को नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि हमारा देश डॉ. अंबेडकर के आदर्शों एवं सिद्धांतों पर चलते हुए उनके सपनों को साकार कर रहा है।

डॉ.अंबेडकर ने समान न्याय व समान अवसर पर जोर दिया
मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. निर्मल कुमार शुक्ला जी ने कहा कि मेरा Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) से आत्मीय संबंध रहा है। डॉ. अंबेडकर को संविधान का पिता कहा जाता है। उन्होंने सभी के लिए समान न्याय और समान अवसर की वकालत की। मौलिक अधिकारों की सुरक्षा एवं सुनिश्चितता से लेकर नागरिक स्वतंत्रता के मुखर पक्षधर रहे।

डॉ. अंबेडकर का जीवन आदर्श
विशिष्ट अतिथि रतनलाल डांगी जी पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज ने कहा कि डॉ. अंबेडकर का जीवन आदर्श होने के साथ युवाओं के लिए प्रेरणास्पद है। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर का जीवन सीख देता है कि परिस्थितियां व्यक्ति का निर्माण करती हैं। जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिए और हमेशा लक्ष्य केन्द्रित रहना चाहिए।

अतिथि किए गए सम्मानित
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) की भंडार शाखा द्वारा तैयार वाहन पास का अनावरण किया गया है। अतिथियों का शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अंत में Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) प्रभारी कुलसचिव सूरज कुमार मेहर ने धन्यवाद ज्ञापन एवं संचालन डॉ. एस.के. निराला, सहायक प्राध्यापक ग्रामीण प्रौद्योगिकी एवं सामाजिक विकास विभाग ने किया।

ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में बौद्ध अनुयायी सुदामा मेश्रराम, राम सिंह, भांगे, बिलासपुर शहर के गणमान्य नागरिक, Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) की समस्त विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, शिक्षकगण, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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