- शाम तक तापमान में और गिरावट आने की संभावना है, इसलिए ठंड और भी बढ़ सकती है।
लखनऊ , 06 जनवरी ,campussamachar.com, आज 6 जनवरी को लखनऊ का मौसम ठंडा और शुष्कहै। तापमान 26 डिग्री सेल्सियस से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है । शाम तक तापमान में और गिरावट आने की संभावना है, इसलिए ठंड और भी बढ़ सकती है।
आज के मौसम की विस्तृत जानकारी इस प्रकार है:
– अधिकतम तापमान: २६ डिग्री सेल्सियस
– न्यूनतम तापमान: १४ डिग्री सेल्सियस
– वर्षा की संभावना: ०%
– हवा की गति: ५-१० किमी/घंटा
– आर्द्रता: २७-४८%
आगामी दिनों में लखनऊ के मौसम की स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने की संभावना है, और ठंड की स्थिति बनी रहेगी । ठंड की स्थिति में आज लखनऊ की सड़कों पर लोगों की संख्या कम है, और जो लोग बाहर निकल रहे हैं, वे गर्म कपड़े पहने हुए हैं और ठंड से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां भी बरत रहे हैं। कुछ लोग घरों में बैठकर गर्म चाय और कॉफी का आनंद ले रहे हैं और ठंडक का बचाव कर रहे हैं।
इसके अलावा, मौसम की वजह से कुछ जगहों पर यातायात भी प्रभावित हो रहा है, और लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में परेशानी हो रही है। हालांकि, मौसम विभाग ने आगामी दिनों में मौसम की स्थिति में कुछ सुधार की उम्मीद जताई है ।
- # बीमारियाँ जिनसे पीड़ित लोगों को बाहर निकलने से बचना चाहिए
1. अस्थमा और सांस लेने में परेशानी: ठंडी हवाएं अस्थमा के दौरे को बढ़ावा दे सकती हैं और सांस लेने में परेशानी पैदा कर सकती हैं।
2. हृदय रोग: ठंडी हवाएं रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ सकती हैं, जिससे हृदय पर दबाव बढ़ सकता है और हृदय रोग के मरीजों के लिए समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
3. मधुमेह: ठंडी हवाएं मधुमेह के मरीजों के लिए समस्याएं पैदा कर सकती हैं, क्योंकि ठंड से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है।
4. जोड़ों के दर्द और गठिया: ठंडी हवाएं जोड़ों के दर्द और गठिया के मरीजों के लिए समस्याएं पैदा कर सकती हैं, क्योंकि ठंड से जोड़ों में दर्द बढ़ सकता है।
5. निमोनिया और अन्य फेफड़ों की बीमारियाँ: ठंडी हवाएं निमोनिया और अन्य फेफड़ों की बीमारियों के मरीजों के लिए समस्याएं पैदा कर सकती हैं, क्योंकि ठंड से फेफड़ों में संक्रमण बढ़ सकता है।
6. हाइपोथायराइडिज्म: ठंडी हवाएं हाइपोथायराइडिज्म के मरीजों के लिए समस्याएं पैदा कर सकती हैं, क्योंकि ठंड से थायराइड हार्मोन का स्तर कम हो सकता है।
7. पार्किंसंस रोग: ठंडी हवाएं पार्किंसंस रोग के मरीजों के लिए समस्याएं पैदा कर सकती हैं, क्योंकि ठंड से मांसपेशियों में जकड़न बढ़ सकती है।
इन बीमारियों वाले लोगों को ठंड के मौसम में बाहर निकलने से बचना चाहिए और घर में रहना चाहिए। इसके अलावा, उन्हें अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए और आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए।