- राज्यपाल ने गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के द्वारा किये जा रहे प्रगतिशील कार्यों की सराहना की।
बिलासपुर, 24 दिसम्बर, campussamachar.com, गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghasi Das University bilaspur ) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने 23 दिसंबर, 2024 को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रामेन डेका से रायपुर स्थित राजभवन में भेंट की। मुलाकात के अवसर पर कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University) ने राज्यपाल को पुष्पगुच्छ भेंट किया साथ ही महादेव की नगरी बनारस पर स्वरचित महाकाव्य काशी भेंट की।
कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University) ने राज्यपाल को अवगत कराया कि दिनांक 15 जनवरी, 2025 को गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghasi Das University bilaspur ) का 11वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया जाएगा। उन्होंने इस भव्य समारोह में राज्यपाल को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। राज्यपाल ने कुलपति के इस आमंत्रण को सहर्ष स्वीकार् करते हुए आयोजन में शामिल होने की अपनी सहमति प्रदान की।
Guru Ghasi Das University bilaspur : कुलपति ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University) ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय (Guru Ghasi Das University bilaspur ) के रूप में गुरुत्तर दायित्व के निर्वहन के साथ ही राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC ) के द्वारा प्रदत्त ए++ ग्रेड तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली (UGC ) द्वारा ग्रेडेड ऑटोनॉमी केटेगरी वन की स्वायत्ता प्राप्त की है। कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन, शोध एवं अनुसंधान के साथ ही कौशल विकास व उद्यमिता के क्षेत्र किये जा रहे विश्वविद्यालय के प्रयासों के विषय में राज्यपाल महोदय को अवगत कराया।
Guru Ghasi Das University news: राज्यपाल ने गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय (Guru Ghasi Das University bilaspur ) के द्वारा किये जा रहे प्रगतिशील कार्यों की सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय ( Guru Ghasi Das University) शोध-अनुसंधान के नवीन प्रकल्पों के साथ समाज उपयोगी शोधों को बढ़ावा देगा।