- करुणा का दूसरा पहलू है वीरता : डॉ लीना मिश्र
- बालिका विद्यालय में वीर बाल दिवस के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन
लखनऊ , 23 दिसम्बर , campussamachar.com, वीरता व्यक्तित्व का एक गुण, पहचान और प्रवृत्ति है, जो स्वयं से अधिक दूसरों तथा समाज और राष्ट्र की रक्षा के लिए जाना जाता है। ऐसे बहुत से उदाहरण समाज और देश में मिलते भी रहते हैं जब हम अपने प्राणों की आहुति देकर भी किसी असहाय की रक्षा करते हैं। ऐसे लोग दूसरों की प्रेरणा और उदाहरण बनते हैं। इसी प्रकार थे चारों साहिबजादे। वीरता के जीवंत उदाहरण श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के चारों साहिबजादों की स्मृति में दिनांक 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित किया गया है। चार साहिबजादे शब्द का प्रयोग सिखों के दशम गुरु श्री गोविंद सिंह जी के चार सुपुत्रों साहबजादा अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह व फतेह सिंह को सामूहिक रूप से संबोधित करने हेतु किया जाता है। इस वर्ष वीर बाल दिवस की थीम है – वीरता। इसका तात्पर्य है कि बच्चों द्वारा साहसिक और दयालुता के कार्य किया जाना।
वीर बाल दिवस का यह कार्यक्रम रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए तथा बच्चों को विकसित भारत के विज़न में योगदान देने के लिए प्रेरित करने पर बल देता है। इन्हीं सब विचारों के साथ आज बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज ( Balika Vidyalaya Inter College lucknow) में वीर बाल दिवस के अंतर्गत वाद विवाद और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन ऋचा अवस्थी और मंजुला यादव के निर्देशन में हुआ जिसमें प्रतिभा रानी का भी सहयोग रहा । वाद विवाद का विषय था- राष्ट्र निर्माण में बच्चों की भूमिका जिसमें छात्राओं ने पूरे उत्साह से प्रतिभाग किया। कक्षा 11 की सिमरन प्रथम, कक्षा 12 की रिया द्वितीय और कक्षा 11 की मुस्कान कनौजिया तृतीय स्थान पर रही।
Balika Vidyalaya Inter College lucknow news, : इसी प्रकार से निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसका विषय था -विकसित भारत के लिए मेरा दृष्टिकोण। इस विषय पर भी छात्राओं ने अपने विचार रखे। कक्षा 8 की इबा प्रथम, महक रईस खान द्वितीय तथा साहिबा तृतीय स्थान पर रहीं। कक्षा 11 की मुस्कान कनौजिया ने चार साहिबजादो पर एक खूबसूरत चित्र भी बनाया।
Balika Vidyalaya Inter College lucknow education news, : इस कार्यक्रम में सीमा आलोक वार्ष्णेय, पूनम यादव और उत्तरा सिंह उपस्थित रहीं और छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने छात्राओं के प्रयास की सराहना की।