- कार्यक्रम का संचालन माता भगवती कुंज आश्रम व्यस्थापक लाडली प्रसाद वर्मा ने किया .
बहराईच , 12 दिसंबर. campussamachar.com, गायत्री परिवार बहराईच के तत्वावधान में आज अभिनंदन बैंक्वेट हॉल माल गोदाम रोड में चल रहे चतुर्थदिवसीय गायत्री महायज्ञ एवं संगीत प्रवचन के दूसरे दिन संगीतमय प्रज्ञा प्रवचन कार्यक्रम अयोजित किया गया। समापन अवसर पर शांतिकुंज हरिद्वार से प्रशिक्षित परिव्राजको द्वारा , पुंसवन, नामकरण ,अन्नप्राशन ,मुंडन , विद्या आरंभ, यज्ञोपवीत, दीक्षा आरंभ आदि कार्यक्रम वैदिक विधि विधान के साथ संपन्न करवाया गया।
गायत्री परिवार के तत्वावधान में आयोजित शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ एवं संगीत प्रवचन में उपस्थित गायत्री परिजनों को संबोधित करते हुए शांतिकुंज हरिद्वार के वरिष्ठ परिव्राजक पुरन करम चंद्र ने कहा कि गायत्री परिवार संस्थापक वेद मूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्री राम शर्मा आचार्य का सम्पूर्ण जीवन व्यक्तित्व एवं कृतत्व मानवता के प्रति समर्पित रहा है। गुरु जी के कृत्य मनुष्य में देवत्व का उदय एवं धरती पर स्वर्ग के अवतरण हेतु सतत प्रगतिशील रहे है उनके विचारों को आत्मसात कर लाखो गायत्री परिजन समूचे विश्व में मानव मात्र के जन कल्याण का सुगम पथ प्रसस्थ कर रहे है।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति को संस्कारित बना कर सभ्य एवं प्रगतिशील समाज का निर्माण करना ही श्रेष्ठकर होगा समाज कल्याण के लिए आवश्यक है कि घर घर मे हम वैदिक संस्कारों की अलख जगावे और शिक्षा पद्धति राष्ट्र के नवनिर्माण में प्रासंगिक हो । गायत्री परिव्राजक ने आवाहन करते हुए कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए हमे सतत प्रयत्नशील रहना चाहिए तथा समाज परिवार एवं देश के उत्थान के लिए प्रयासरथ एवं कर्मशील रहना चाहिए तभी हमारा परिवार एवं समाज सभ्य बना रह सकेगा।कार्यक्रम का संचालन माता भगवती कुंज आश्रम व्यस्थापक लाडली प्रसाद वर्मा ने किया .
प्रज्ञा प्रवचन में प्रमुख रूप से जिला संयोजक यस० पी० त्रिपाठी, वरिष्ठ गायत्री परिजन जय प्रकाश वर्मा, शक्ति पीठ प्रबंध ट्रस्टी संदीप मिश्रा, प्रभाकर सिंह, मान सिंह वर्मा ,कृपा राम वर्मा ,गिरधारी लाल ,महिला परिजन मंजू हरिहर सिंह ,गायत्री बाल संस्कारशाला संचालक रेखा श्रीवास्तव, गायत्री चेतना केंद्र व्यस्थापक प्रचार्य आर०पी०एन० श्रीवास्तव, प्रवक्ता डॉ पंकज श्रीवास्तव , योगाचार्य दीपक पाल ,देव संस्कृति विश्विद्यालय शिक्षार्थी करन शक्ति व राघव ,समेत सैकड़ो गायत्री परिजन श्रद्धालु व आस्थावान उपस्थित रहे । समापन अवसर पर वातावरण प्रशोधन,दुष्प्रवृत्ति उन्मूलन तथा सत्प्रवृत्ति संवर्धन का घर घर मे अलख जगाने का सामूहिक संकल्प भी लिया गया।