अब ऐसे में विकासखंड के समस्त शासकीय अशासकीय विद्यालयों के शिक्षक शिक्षिकाओं तथा संस्था प्रधान को विकासखंड मुख्यालय के बीआरसी कार्यालय में उपस्थित होकर स्वयं कार्य करना पड़ रहा है, जिससे अध्यन अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है
शिक्षक शिक्षिकाओं को शाला छोड़कर ब्लॉक मुख्यालय 20 से 30 किमी दूरी सफर तय कर रहे हैं।
जांजगीर – चांपा, 22 नवम्बर , campussamachar.com, जिले के अकलतरा विकासखंड शिक्षा विभाग में लगभग शासकीय प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और हाई स्कूल हायर सेकेण्डरी स्कूल मिलाकर क्रमशः 118,69 तथा 24 विद्यालय है और लगभग 62 अशासकीय विद्यालयों की संख्या है जिसमे गत वर्ष लगभग 41 हजार छात्र छात्राओं की संख्या में अध्यन अध्यापन कार्य कर रहे थे जिनकी यूनिक अपार आईडी कार्ड बनाया जाना है जिसमे शिक्षक शिक्षिकाओं में विभिन्न प्रकार की समस्या आ रही है।
CG News : शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला अमोरा के प्रधान पाठक व छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक कल्याण संघ के प्रांताध्यक्ष जयंत सिंह क्षत्रिय ने बताया कि अपार आईडी कार्ड निर्माण करने हेतु कक्षा पहली के दाखिला के अनुसार नाम , यूडिस प्लस के पोर्टल तथा छात्र छात्राओं के आधार कार्ड तीनों को मिलान करने के पश्चात ही अपार आईडी कार्ड बनेगा।उन्होंने बताया की पूर्व माध्यमिक शाला के छात्र छात्राओं का नाम कक्षा पहली दाखिला में कुछ और है तथा यू डाइस पोर्टल में अंतर है क्योंकि कक्षा पांचवी के बाद जो स्थानांतरण प्रमाणपत्र प्राप्त के आधार पर ही कक्षा छठवीं में भर्ती मिडिल स्कूल में लिया जाता है और पोर्टल में इंपोर्ट होकर उनका नाम ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन मिडिल स्कूल के यू डाइस में आता है,पर दाखिला के अनुसार उनका नाम पोर्टल में दिखाई नहीं देता और अत्यधिक अंतर होता है।
CG school News : प्रधान पाठक जयंत सिंह क्षत्रिय ने आगे बताया की सभी शालाओं का अपना स्वयं का आईडी पासवर्ड है जिसको शाला के प्रधान पाठक या संस्था प्रभारी स्कूल के पोर्टल से आईडी पासवर्ड से लॉगिन आसानी से कर सकते है परंतु समस्या यह है को छात्र छात्राओं के नाम, जन्मतिथि अथवा सरनेम सुधारने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निर्मित आईडी पासवर्ड से ही सुधार हो सकता है और उसके लिए S 03 फॉर्म भरना आवश्यक है।चूंकि जिले भर के छात्र छात्राओं का सुधार कार्य जिला के ही आईडी पासवर्ड से लॉगिन होना है और ऐसे में शिक्षक कैसे छात्र छात्राओं का सुधार कर सकते है जबकि विकासखंड स्तर में चालीस हजार से अधिक छात्र छात्राओं की संख्या है ।
जयंत सिंह क्षत्रिय ने उक्त समस्या को जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी कुमार भारद्वाज से मोबाइल से चर्चा किया की आईडी पासवर्ड को प्रत्येक शाला के प्रधान पाठको को या संस्था प्रधान को उपलब्ध कराया जाए ताकि छात्र छात्राओं के नाम और उनके सरनेम में सुधार आसानी से कराया जा सके ।जिसपर उन्होंने जिले के प्रोग्रामर रंजन मिश्रा से बात करने कहा तो उन्होंने स्पष्ट आईडी पासवर्ड देने से मना कर दिया ।
CG Teachers News today : अब ऐसे में विकासखंड के समस्त शासकीय अशासकीय विद्यालयों के शिक्षक शिक्षिकाओं तथा संस्था प्रधान को विकासखंड मुख्यालय के बीआरसी कार्यालय में उपस्थित होकर स्वयं कार्य करना पड़ रहा है जिससे अध्यन अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है और शिक्षक शिक्षिकाओं को शाला छोड़कर ब्लॉक मुख्यालय 20 से 30 किमी दूरी सफर तय कर रहे हैं। दूसरी समस्या छात्र छात्राओं के आधार कार्ड में सुधार को लेकर हो रही है जिसको सिर्फ शासन द्वारा चॉइस सेंटर के माध्यम से ही होना है जो की अत्यंत ही जटिल प्रक्रिया है क्योंकि आधार कार्ड में नाम सुधार कार्य नही किया जा सकता ।अब ऐसे में शिक्षक छात्र छात्राओं का अपार आईडी कैसे जनरेट करेगा यह शासन प्रशासन के लिए बहुत बड़ा सवाल खड़ा करता है।